भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
उत्तराखंड एसटीएफ व साईबर पुलिस स्टेशन द्वारा वर्ष 2021 में साईबर अपराधियों के विरुद्ध की गयी कार्यवाही।
साईबर अपराधी नित नये-नये तरीके जैसा कि (बैंक कस्टमर अधिकारी,ल़ॉटरी के नाम पर फेसबुक में रिश्तेदार बनकर, सैन्य कर्मी बनकर ओ0एल0एक्स में सामान बेचने के नाम पर आदि) अपनाकर आम जनता को झांसा देकर लाखो रुपये की धोखाधड़ी कर आर्थिक हानि पहुँचा रहे हैं। इसके अतिरिक्त वर्तमान में चल रहे कोविड वैश्विक महामारी के दौरान भी साईबर अपराधियों द्वारा ऑक्सीजन गैस सिलेण्डर व आवश्यक दवाईयों के नाम पर भी आम जनता से धोखाधडी की जा रही है।
उक्त को दृष्टिगत रखते हुए साईबर अपराधों पर अंकुश लगाने एवं अपराधियों पर प्रभावी कार्यवाही हेतु एसटीएफ व साईबर थाने द्वारा संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुए वर्ष 2021- माह जनवरी से अब तक कुल 16 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं। पंजीकृत अभियोगों में जनवरी वर्ष 2021 से अब तक कुल 14 अभियुक्तो को भिन्न-भिन्न राज्यो (राजस्थान–04, बिहार- 02, दिल्ली- 03, पश्चिम बंगाल- 01, उ0प्र0- 02, उत्तराखण्ड- 02) से गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त साईबर पीडितों द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्रों के आधार पर अब तक कुल 158 अतिरिक्त अभियोग पंजीकृत कर विवेचना हेतु राज्य के विभिन्न जनपदों को प्रेषित किये गये हैं। साथ ही 191 प्रार्थना पत्रो पर तकनीकी कार्यवाही करने के पश्चात अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपदो को प्रेषित किये गये हैं। थाना साईबर क्राईम गढ़वाल एवं कुमाऊं द्वारा अब तक आम जनता के साथ आर्थिक धोखाधडी से सम्बन्धित 145 प्रकरणो में त्वरित कार्यवाही करते हुए अनुमानित 75,00,000/- (पिचहत्तर लाख ) रुपये साईबर अपराधियों द्वारा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को पीडितो को वापस करवाकर राहत पहुँचायी गयी है।
उत्तराखंड एस0टी0एफ0 प्रभारी अजय सिंह द्वारा बताया कि कोराना काल में जीवन रक्षक उपकरणों / दवाईयों आदि की कालाबाजारी करने वालों को विरुद्ध उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0 लगातार सक्रिय है तथा कालाबाजारी करने वालो के विरुद्ध लगातार कार्यवाही कर रही है । उन्होनें जनता से अपील की है केवल अधिकृत ऐजेन्सिंयों / दुकान/ डीलरो से ही जीवन रक्षक उपकरण / दवाईया क्रय करें । सतर्क रहे सुरक्षित रहे।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच कथित व्यक्तियो द्वारा की जा रही कालाबाजारी की रोकथाम हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय के आदेशानुसार, उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा हेल्प लाईन नम्बर 9412029536 एवं वॉट्सअप नम्बर 9411112780 जारी किये गये है, जहां आम नागरिक ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमेडिसविर इंजेक्शन और अन्य जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी साझा कर सकते हैं ।