भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। खुफिया एजेंसियों ने 37 संदिग्धों के घुसपैठ की आशंका जताई है जिसके बाद एसएसबी जवान सोनौली सीमा समेत कई इलाकों में गहन जांच कर रहे हैं। सीमा पार करने वालों की पहचान की जा रही है और सीमाई इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बीते दिनों हुए संघर्ष के मद्देनजर भारत- नेपाल सीमा पर विशेष अलर्ट है। खुफिया एजेंसियों ने भारत -नेपाल की खुली सीमा से 37 संदिग्धों के भारत में घुसपैठियों की आशंका जताई हैं। इनके पाकिस्तानी या बांग्लादेशी होने का इनपुट है।
महराजगंज व सिद्धार्थनगर जिले की खुली सीमा का लाभ घुसपैठिए उठा सकते हैं। इसके कारण सोनौली व ठूठीबारी सीमा पर तैनात एसएसबी जवान सघन जांच में जुटे हैं। भगवानपुर , परसामालिक , बरगदवा , ठूठीबारी , खनुआ , शेष फरेंदा , हरदी डाली , बैरियहवा , चंडी थान, बैरिया बाजार, झुलनीपुर व बहुआर क्षेत्र के पगडंडी पर एसएसबी व पुलिस जांच अभियान चला रही है। सरहद आरपार करने वालों के पहचान की पुष्टि होने के बाद ही उन्हें सीमा प्रवेश करने दिया जा रहा हैं।
बीते 18 मई को सोनौली सीमा के रास्ते 65 कश्मीरी कामगारों को नेपाल जाते समय सोनौनी सीमा पर रोक जांच की गई थी। 21 मई को सोनौली कोतवाली क्षेत्र के हरदी डाली गांव में एसएसबी की 66वीं बटालियन के जवानों से नेपाल से आ रहे भट्ठा मजदूरों की नोकझोंक व सीमाई इलाकों में 30 की संख्या में उड़े उपग्रह स्टारलिंक ट्रेन पर खुफिया विभाग पल-पल की नजर बनाए हुए है।
इसकी रिपोर्ट गृह व रक्षा मंत्रालय प्रेषित की गई है। एसएसबी सीमाई इलाकों में ड्रोन उड़ा लोगों को रात में आसमान में होने वाली हरकत पर ग्रामीणों को नजर रखने व हर संदिग्ध गतिविधि की सूचना सुरक्षा एजेंसियों को देने के लिए जागरूक कर रही है। सीमाई इलाकों के होटल व किराए के मकान में रह रहे लोगों के सत्यापन के लिए पुलिस लगी है।
एसएसबी 22 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट विवेक ने बताया कि सोनौली सीमा समेत विभिन्न पगडंडियों पर जवान सघन जांच में जुटे हैं। घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सीमा पर अलर्ट जारी है।