पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शनिवार सुबह भी जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में गोलीबारी की गई। इसी क्रम में जम्मू के शंभू मंदिर पर भी पाकिस्तान ने हमला करने की कोशिश की है। मौके पर मुख्यमंंत्री उमर अब्दुल्ला पहुंचे हैं। घटना के बारे में एएनआई से बात करते हुए एक स्थानीय व्यक्ति ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि शंभू मंदिर के मुख्य द्वार के पास हमला हुआ। जम्मू पुलिस और अन्य एजेंसियां प्रक्षेप्य के टुकड़े बरामद कर रही हैं। वहीं, मौके पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी पहुंचे हैं।
घटना के बारे में एएनआई से बात करते हुए एक स्थानीय व्यक्ति ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह शंभू मंदिर का मुख्य द्वार है, जहां लोग सुबह-सुबह प्रार्थना करने आते हैं, लेकिन सायरन बजने के कारण यहां कम लोग थे। पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के अनुसार, इस घटना में किसी की जान नहीं गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य एजेंसियां घटनास्थल पर हैं और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
एसडीआरएफ के जवान रशपाल सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हमारी टीम यहां है। कोई हताहत नहीं हुआ है। प्रोजेक्टाइल का मलबा खुले में गिरा।
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने स्कूलों और पूजा स्थलों सहित नागरिक बुनियादी ढांचे को जानबूझकर निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की कड़ी निंदा की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गुरुद्वारों, चर्चों और मंदिरों पर जानबूझकर गोलाबारी करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की थी और हमलों को पाकिस्तान के लिए भी एक नया निचला स्तर बताया था।
आज सुबह पंजाब के अमृतसर के मुगलानी कोट गांव में एक खेत से एक अज्ञात प्रोजेक्टाइल के टुकड़े और मलबा बरामद किया गया।
घटनास्थल से प्राप्त तस्वीरों में एक कृषि क्षेत्र में वस्तु के टुकड़े दिखाई दे रहे हैं और आसपास का इलाका जला हुआ है।
घटना के बारे में बात करते हुए गांव के सरपंच गुरसाहिब सिंह ने कहा कि घटना सुबह करीब पांच बजे हुई। हालांकि, मलबा गिरने से कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यह सुबह 5 बजे की घटना है। उसके बाद हमें घटना के बारे में पता चला।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारत भर में 26 स्थानों पर हमला करने के तुरंत बाद भारत ने जवाबी हमला किया। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई स्थानों पर अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।
रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए हैं। इनमें संदिग्ध सशस्त्र ड्रोन शामिल हैं। इन स्थानों में बारामुल्ला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआरबेट और लाखी नाला शामिल हैं।