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महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी; बन गया वर्ल्‍ड र‍िकॉर्ड

लखनऊ। तीर्थराज प्रयागराज की धरती पर बीते 13 जनवरी से आयोजित हो रहे दिव्य-भव्य और सांस्कृतिक समागम महाकुम्भ ने बुधवार को महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व पर 66 करोड़ का आंकड़ा पारकर इतिहास रच दिया। महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व पर सुबह 8 बजे तक ही लाखों लोगों ने स्नान कर इस महारिकॉर्ड को स्थापित कर इस महाकुम्भ को संख्या के लिहाज से इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया। 

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के पूर्ण होने पर सभी श्रद्धालुओं व कल्पवासियों का हार्दिक अभिनंदन व आभार जताया है। उन्होंने बुधवार की रात इंटरनेट मीडिया एक्स पर लिखा ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आयोजित मानवता का ”महायज्ञ”, आस्था, एकता और समता का महापर्व महाकुंभ, प्रयागराज आज महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ ही अपनी पूर्णाहुति की ओर अग्रसर है।” 

सीएम योगी ने क‍िया ट्वीट 

 

श्रद्धालुओं-कल्पवासियों का क‍िया हार्दिक अभिनंदन 

यह भी ल‍िखा- पूज्य अखाड़ों, साधु-संतों, महामंडलेश्वरों एवं धर्माचार्यों के पुण्य आशीर्वाद का ही प्रतिफल है कि समरसता का यह महासमागम दिव्य और भव्य बनकर सकल विश्व को एकता का संदेश दे रहा है। इस सिद्धि के सूत्रधार सभी गणमान्य जनों, देश-विदेश से पधारे सभी श्रद्धालुओं तथा कल्पवासियों का हार्दिक अभिनंदन एवं आभार।”

 

आपको बता दें क‍ि कुम्भ ही नहीं, दुनिया के किसी भी आयोजन में आज तक एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोग नहीं जुटे हैं, जितने 45 दिनों के अंदर प्रयागराज में बनाए गए एक अस्थायी शहर में जुट गए। यह संख्या कई देशों की आबादी से भी कई गुना अधिक है। 

66 करोड़ से ज्‍यादा लोगों ने लगाई डुबकी

66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में सनातन आस्था की पावन डुबकी लगाकर धार्मिक और सांस्कृतिक एकता की अद्वितीय मिसाल कायम कर दी है। भारत की इस प्राचीन परंपरा ने अपनी दिव्यता और भव्यता से पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया है। यह सब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुव्यवस्थित प्रयासों से संभव हो पाया है।

45 द‍िन में 66 करोड़ पहुंचे श्रद्धालु

66 करोड़ श्रद्धालुओं के किसी एक स्थान पर जुटने का इतिहास में और कोई उदाहरण नहीं दिखाई देता। सनातन के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था, दृढ़ निश्चय और विश्वास का ही यह फल है कि संगम तट पर इतना विशाल जनसमूह 45 दिनों में एकत्र हो गया। यदि इस संख्या की दुनिया भर के देशों की आबादी से तुलना की जाए तो कई देशों की आबादी इसमें समा जाएगी।

 

त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं ने लगाई पावन डुबकी 

अमेरिका की दोगुनी से ज्यादा, पाकिस्तान की ढाई गुना से अधिक और रूस की चार गुनी से ज्यादा आबादी के बराबर श्रद्धालु यहां अब तक आ चुके हैं। यही नहीं, जापान की 5 गुनी आबादी, यूके की 10 गुनी से ज्यादा आबादी और फ्रांस की 15 गुनी से ज्यादा आबादी ने यहां आकर त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगा ली है।

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