महाकुंभनगर।कुंभ मेले के दौरान मौनी अमावस्या पर संगम तट पर हुए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई। इस हादसे में कई श्रद्धालु घायल हो गए, जबकि कुछ की मौत की भी सूचना है। स्थिति को नियंत्रित करने और आगे की अनहोनी से बचने के लिए कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने अखाड़ों से अपील की कि अमृत स्नान फिलहाल स्थगित कर दिया जाए।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने इस अपील पर सहमति जताते हुए कहा, “हम प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।” भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संगम जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग की गई है, और श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्गों से निकाला जा रहा है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने कुंभ मेले के आयोजन में सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि संतों से शिविर में जाने की अपील कर रहे हैं।
नागवासुकी मार्ग पर श्रद्धालुओं की सांसें अटकी
घटना के बाद शास्त्री ब्रिज से नागवासुकी जाने वाले मार्ग पर भी स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई थी। दारागंज चौराहे पर पुलिस ने श्रद्धालुओं को नागवासुकी की ओर जाने दिया, लेकिन वापसी करने वालों को रोक दिया। उन्हें जबरन संगम की ओर डायवर्ट कर दिया गया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण पैदल चलना तो दूर, खिसकना भी मुश्किल हो गया। एक तरफ लोग भीड़ में दबते जा रहे थे, तो दूसरी ओर पुलिस लगातार श्रद्धालुओं को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही थी। घुटन और भीड़ के दबाव के कारण श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। परेशान होकर कई श्रद्धालुओं ने मेला क्षेत्र में जगह-जगह लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और इधर-उधर भागने लगे।