आई टी डी ए में विभिन्न पदों पर की गयी नियुक्तियों के सम्बन्ध में जो सवाल उठाये गए हैं।
वह सभी नियुक्तियां नियमानुसार विधिवत चयन प्रक्रिया अपनाते हुए पूर्ण पारदर्शिता से की गईं हैं, तथा आवेदन से लेकर नियुक्ति तक सभी निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। इससे सम्बंधित तथ्य परक विस्तृत जानकारी निम्नानुसार है : > आई टी डी ए द्वारा माह सितम्बर 2022 में संयुक्त निदेशक तकनीकी के पद के लिए प्रतिनियुक्ति पर आवेदन आमंत्रित किये गए थे. जिसमे योग्यता b. Tch/B.E. (IT/Electronics) अथवा M.Tech (IT/Electronic/Telecommunication/MBA IT) एवं 10 वर्ष का अनुभव् |T/e_Governance के क्षेत्र में निर्धारित किया गया था। विज्ञापन के सापेक्ष श्री राम उनियाल द्वारा आवेदन किया गया आवेदन के समय उनकी योग्यता B.Tech (Computer science and Engineering) , M.Tech (Geoinformatics) थी जो कि वांछित योग्यता अर्हता पूर्ण करती है।
> आई टी डी ए द्वारा माह सितम्बर 2023 में प्रकाशित विज्ञप्ति संख्या 12865 / e ITDA – PR/23-24 के माध्यम से विभिन्न 10 पदों हेतु प्रतिनयुक्ति/अनुवन्ध के आधार पर नियुक्ति हेतु विज्ञप्ति प्रकाशित की गयी थी। जिसके सापेक्ष 142 लोगों द्वारा आवेदन किया गया जिसमें 28 लोगों को साक्षात्कार हेतु बुलाया गया, साक्षात्कार प्रक्रिया के उपरांत 7 लोगों का चयन उनके द्वारा उपलब्ध कराये गए प्रमाणपत्रों के परीक्षण की शर्तों के साथ किया गया। चयनित अभ्यर्थियों में नवनीत शौनक, मीनू पाठक एवं प्रदीप कोठियाल को उनके द्वारा प्रदत्त प्रमाण पत्रों एवं वांछित योग्यता के आधार पर सशर्त (Conditional) नियुक्ति प्रदान की गयी। शासन द्वारा निर्धारित चयन प्रक्रिया के क्रम में चयनित अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत किये प्रमाण पत्रों को सम्बंधित महाविद्यालय/विश्वविद्यालय/विभागों से सत्यापित किये जाने हेतु भेजा गया।
> चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन के क्रम में वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी के पद पर चयनित नवनीत शौनक द्वारा प्रस्तुत समस्त शैक्षिक एवं अनुभव प्रमाण पत्रों की सत्यापन प्रक्रिया में प्रस्तुत प्रमाण पत्र सही पाए गए । मीनू पाठक द्वारा प्रस्तुत शैक्षिक प्रमाण पत्र सत्यापन प्रक्रिया में यह पाया गया कि प्रमाणपत्र प्रदान कर्ता विश्वविद्यालय की मान्यता से सम्बंधित मामला मा० न्यायालय में विचाराधीन है. इस आधार पर उनकी नियुक्ति को निरस्त किया गया।
प्रदीप कोठियाल के द्वारा योगदान आख्या प्रस्तुत की गयी एवं सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण होने से पूर्व ही स्वैच्छिक त्यागपत्र दे दिया गया।