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मायावती ने सवाल उठाते हुए ‘ कहा- दुकानों पर नाम ल‍िखवा देने से क्‍या खत्‍म हो जाएगा म‍िलावट का कालाधंधा

नई द‍िल्‍ली। यूपी में खानपान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट या गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ के निर्देश को लेकर बसपा प्रमुख मायावती का र‍िएक्‍शन सामने आया है। मायावती ने इस फैसले को जनता का ध्यान बांटने की चुनावी राजनीति करार द‍िया है।

मायावती ने एक्‍स पर गुरुवार को एक पोस्‍ट में ल‍िखा, ”यूपी सरकार द्वारा होटल, रेस्तरां, ढाबों आदि में मालिक, मैनेजर का नाम, पता के साथ ही कैमरा लगाना अनिवार्य करने की घोषणा, कावंड़ यात्रा के दौरान की ऐसी कार्रवाई की तरह ही, फिर से काफी चर्चाओं में कि यह सब खाद्य सुरक्षा हेतु कम व जनता का ध्यान बांटने की चुनावी राजनीति ज्यादा। वैसे तो खासकर खाद्य पदार्थों में मिलावट आदि को लेकर पहले से ही काफी सख्त कानून मौजूद हैं, फिर भी सरकारी लापरवाही/मिलीभगत से मिलावट का बाजार हर तरफ गर्म है, किन्तु अब दुकानों पर लोगों के नाम जबरदस्ती लिखवा देने आदि से क्या मिलावट का कालाधंधा खत्म हो जाएगा?”

मायावती ने आगे ल‍िखा, ”वैसे भी तिरुपति मन्दिर में ‘प्रसादम’ के लड्डू में चर्बी की मिलावट की खबरों ने देश भर में लोगों को काफी दुखी व उद्वलित कर रखा है और जिसको लेकर भी राजनीति जारी है।” बसपा प्रमुख ने कहा क‍ि धर्म की आड़ में राजनीति के बाद अब लोगों की आस्था से ऐसे घृणित खिलवाड़ का असली दोषी कौन? यह चिन्तन जरूरी।