Human Rights

शव रखने वाले डीप फ्रीजर 6 महीने से हैं खराब क्या किया, न्यायाधीश धर्मशक्तू ने सीएमएस से मांगा जवाब

देहरादून कोरोनेशन अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के डीप फ्रीजर पिछले छह महीने से खराब है जिस कारण पोस्टमार्टम हाउस में काम करने वाले कर्मचारी बदबू से बेहाल, बीमारी फैलने का भी खतरा परंतु 6 महीने से कोई सुध लेने वाला नहीं।

इस संवाददाता द्वारा मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि “देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में शव रखने वाला डीप फ्रीजर पिछले छह महीने से खराब है। यहां पर तीन फ्रिज हैं जिसमें छह शव रखे जा सकते हैं। फ्रीजर खराब होने की स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी है परंतु फिर भी कुछ नहीं किया गया। इसीलिए अगर शव को बिना फ्रीजर के रखना पड़ जाता है तो पोस्टमार्टम हाउस में काम करने वाले कर्मचारी बदबू से बेहाल हो जाते हैं।

कोरोनेशन अस्पताल में शहर का एकमात्र पोस्टमार्टम हाउस है। यहां पर सरकारी अस्पताल ही नहीं निजी अस्पतालों से भी पोस्टमार्टम के लिए शव आते हैं। पोस्टमार्टम हाउस में मोर्चरी नहीं है। यहां पर सिर्फ पोस्टमार्टम होते हैं, लेकिन शवों को रखने के लिए फ्रीजर की जरूरत पड़ती रहती है। कोई लावारिस शव मिलता है तो पुलिस लावारिस शव 72 घंटे के लिए मोर्चरी में रखवाती है। इसके बाद ही पोस्टमार्टम किया जाता है, लेकिन यहां पर फ्रीजर खराब होने से शव रख नहीं पा रहे हैं। ऐसे में सभी शव दून अस्पताल की मॉर्चरी में भेजने पड़ रहे हैं। कई बार एक साथ तीन-चार शव आ जाते हैं, ऐसे में सभी का पोस्टमार्टम एक साथ संभव नहीं होता”।

“अन्य शवों को फ्रीजर में रखना पड़ता है। फ्रीजर खराब होने से सभी शव बाहर ही रखने पड़ते हैं। यदि तत्काल पोस्टमार्टम की आवश्यकता है, लेकिन किन्हीं परिस्थितियों में पोस्टमार्टम नहीं हो पता है तो फ्रीजर के बिना शव से भयंकर बदबू आने लगती है।

हर महीने 100 शवों के पोस्टमार्टम हो रहे है तथा शहर के बड़े निजी अस्पतालों से भी पोस्टमार्टम के लिए शव कोरोनेशन अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में लाए जाते हैं।” 

“इसके अलावा एक पोस्टमार्टम हाउस विकास नगर और दूसरा मसूरी में उप जिला चिकित्सालय में बना हुआ है। कोरोनेशन अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में हर महीने 100 पोस्टमार्टम हो रहे हैं। जनवरी से अब तक 701 शवों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं।”

 अत: माननीय महोदय जी से निवेदन हैं कि शिकायत का विषय बहुत ही गंभीर और स्पष्ट रूप से पोस्टमार्टम हाउस में काम करने वाले कर्मचारीयों की जानमाल की हानि से जुड़ा हुआ है इसलिए जनहित, न्यायहित में तत्काल स्वास्थ्य महानिदेशक को कार्यवाही हेतु निर्देशित कर रिपोर्ट तलब कर कार्यवाही करने की कृपा करें।

मानवाधिकार आयोग के सदस्य (न्यायाधीश) गिरधर सिंह धर्मशक्तू द्वारा जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, कोरोनेशन अस्पताल, देहरादून को आदेशित किया गया।

आदेश-

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पत्रावली पेश, शिकायतकर्ता भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी द्वारा कोरोनेशन अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस में शव रखने वाले डीप फ्रीजर 06 माह से खराब होने के सम्बन्ध में शिकायती प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया है।

शिकायती प्रार्थना पत्र की प्रति मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, कोरोनेशन अस्पताल, देहरादून को प्रेषित की जाए। वह इस सम्बन्ध में आवश्यक रुप से अपनी आख्या नियत तिथि से पूर्व आयोग के समक्ष प्रस्तुत करें।

पत्रावली दिनांक 02.09.2024 को प्रस्तुत की जाये।

विदित हो कि आयोग के उपरोक्त आदेश की अपेक्षानुरूप कार्यवाही न किए जाने की स्थिति में आयोग द्वारा विचारोपरान्त यथोचित आदेश पारित कर दिए जायेंगे।