गोरखपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीराम और निषादराज गुह्य की अभिन्न मित्रता को विरासत बताते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार रामराज्य की संकल्पना को साकार कर रही है। दस साल पहले निषाद पार्टी ने जो संकल्प लिया था, उसे पूर्ण करने की कार्यवाही अंतिम चरण में है। निषाद समाज के लिए आरक्षण के मुद्दे पर सरकार सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रही है। गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह में सम्मिलित होने से पहले निषाद पार्टी के संकल्प दिवस समारोह में पहुंचे सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जिस रिवर क्रूज को काशी से रवाना किया है उससे न केवल पर्यटन और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी बल्कि गंगा पुत्र निषादों को रोजगार भी मिलेगा।
कोई भी किसी गरीब का शोषण नहीं कर सकता
महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित निषाद पार्टी के 10वें संकल्प दिवस समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि पहले निषाद नौजवानों को गोली मिलती थी अब उनका संकल्प पूरा हो रहा है। सबके साथ न्याय और सबकी समुचित भागीदारी का नतीजा है कि कोई भी किसी गरीब का शोषण नहीं कर सकता है
विरासत है भगवान श्रीराम और निषादराज की मित्रता
भगवान श्रीराम और निषादराज की मित्रता आने वाली पीढ़ियों के लिए उदाहरण बने इसके लिए श्रृंगवेरपुर में श्रीराम और निषादराज की गले लगी प्रतिमा को बनाने का काम अंतिम चरण में है। निषाद युवाओं के लिए निषादराज बोट सब्सिडी योजना लाने की तैयारी है। वाराणसी में 1600 नावों को सीएनजी से जोड़कर उन्हें किट उपलब्ध कराई जा रही है। मत्स्य संपदा योजना भी निषादों की समृद्धि में मील का पत्थर होगी।
चिंता नहीं करनी है, योगी जी हैं न: डॉ. संजय
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि निषाद समाज को अपने हक हकूक के लिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हमारी चिंता के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस को निषादों की याद चुनाव हारने के बाद आ रही है। निषाद समाज को अनुसूचित जाति का आरक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री ने रजिस्ट्रार जनरल आफ इंडिया को पत्र भी लिखा है। रिवर क्रूज से सर्वाधिक रोजगार का लाभ निषाद समाज को ही मिलेगा।
भारतीय संगीत के पीछे भाग रही पूरी दुनिया: योगी
गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह में पहुंचे सीएम योगी ने कहा कि भारतीय संगीत में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ अध्यात्म का वह पुट है, जिसमें समाज व देश को जोड़ने की ताकत है। इसी का परिणाम है कि आज पूरी दुनिया भारतीय संगीत के पीछे भाग रही है। गोरखपुर अब अपराध नहीं, आस्था और विकास का समन्वित केंद्र है। गोरखपुर ने विकास की उस हर योजना को छुआ, जिसकी तड़पन जिले को थी।