भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
उत्तराखंड के देहरादून रायपुर विधानसभा के क्षेत्र राजीव नगर के दिव्यांचल विहार में कुछ समय पूर्व ही नाले के किनारे पुश्ता बनाया गया था जो पहली बरसात में ही ध्वस्त हो गया पुश्ता गिरने से स्थिति बहुत ही गम्भीर और संवेदनशील है क्योंकि क्योंकि जहाँ पुश्ता ध्वस्त हुआ हैं उसके मामूली ही दूरी पर आवासीय भवन हैं जिस कारण कभी भी अप्रिय हादसा हो सकता हैं परंतु इस पुश्तें को जिस ठेकेदार ने बनाया हैं वह संबंधित विभाग औऱ उसके अधिकारी सारे के सारे मस्त हैं । इन सबको क्या लेना आमजनता से इनकी बला से चाहें कुछ भी हो ।
सम्पूर्ण वाकया यह है कि देहरादून के नेहरुकलोनी क्षेत्र निवासी रंजीत सिंह भंडारी ने दिनाँक 13-8-2020 को फ़ेसबुक पर फ़ोटो के साथ एक पोस्ट शेयर की हैं कि “रायपुर विधानसभा में बरसात से आरही आपदा का आज दिव्यांचल विहार में समिति के माध्यम से हो रहे नुकसान का जायज़ा लेकर मौके पर अधिकारियों को नुकसान कि जानकारी दी “।
इस संवाददाता द्वारा पोस्ट पढ़ने और देखने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर दिनांक23-8-2020 को स्वयं जाकर देखा तो स्थिति वास्तव में ही बहुत ही गंभीर और खतरनाक थी । रंजीत सिंह भंडारी की फेसबुक पोस्ट पर नाले के किनारे जितना पुश्ता सड़क टूटी हुई दिखाई थी उससे वह कहीं ज्यादा टूटती चली जा रही थी । रंजीत सिंह भंडारी द्वारा फेसबुक पोस्ट पर लिखा गया हैं कि अधिकारियों को इस बारे में सूचना दे दी थी, जब रंजीत सिंह भंडारी ने 13-8-2020 को ही इस संबंध में अधिकारियों को सूचित कर दिया था तो मौके की नजाकत देखते हुए कोई भी संबंधित अधिकारी वहां कोई भी क्यो नही पहुंचा ना पुश्ता बनाने वाला ठेकेदार और ना ही संबंधित विभाग वाले जिम्मेदार अधिकारी क्योंकि 13 अगस्त के बाद यह संवाददाता स्वयं लगभग 11 दिन बाद 23-8-2020 को मौके पर गया था तो स्थिति और भी खतरनाक थी । जिस कारण ईश्वर ना करें कभी भी कोई भी बहुत ही बड़ा हादसा हो सकता है ।
साथ ही इस संवाददाता को वहां के क्षेत्रवासियों द्वारा बताया गया कि यह पुश्ता बने हुए अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है और पहली बरसात में ही टूट भी गया इसमें स्पष्ट रूप से पुश्ता बनाने वाले ठेकेदार की घोर लापरवाही है इसलिए ठेकेदार द्वारा किए गए कार्य उसको किए गए भुगतान आदि समस्त की जांच भी होनी चाहिए ।
इस संवाददाता द्वारा मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता देखते हुए तत्काल मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि यह मामला बहुत ही गंभीर और स्पष्ट रूप से आमजनता की जानमाल की हानि से जुड़ा हुआ है परंतु अधिकारियों द्वारा पूरी तरह से इसमें लापरवाही बरती जा रही है क्योंकि फेसबुक पोस्ट करने वाले ने स्पष्ट रूप से लिखा है कि इस संबंध में अधिकारियों को सूचित कर दिया गया था । इसलिए इस समस्त मामले तत्काल ही कार्यवाही करने की कृपा करें ओर साथ ही ठेकेदार द्वारा किए गए कार्यों एवं उसको किए गए भुगतान आदि की जांच के भी आदेश करने की कृपा करें ।
आयोग में इस अत्यंत ही गंभीर मामले की सुनवाई डबल बेंच में की गई और मामले की गंभीरता देखते हुए आयोग के सदस्यों न्यायमूर्ति अखिलेश चन्द्र शर्मा तथा आर.एस. मीना द्वारा जिलाधिकारी देहरादून को आदेश जारी कर संपूर्ण मामले में जांच कर कार्रवाई हेतु आदेशित किया गया है ।
इस संवाददाता द्वारा आमजन के हित में मानव अधिकार आयोग के आदेशों पश्चात इस अत्यंत गंभीर मामले में तत्काल क्या कार्रवाई की गई उसका सूचना के अधिकार के अंतर्गत आवेदन कर की गई कार्यवाही के संबंध में भी फॉलोअप किया जाएगा और साथ ही फेसबुक पर इस अत्यंत गंभीर मामले में पोस्ट डालने वाले रंजीत सिंह भंडारी से यह भी जानकारी ली जाएगी कि उनके द्वारा मौके पर किस-किस अधिकारी को फोन कर मौके की जानकारी दी गई और जिन्हें रंजीत सिंह भंडारी द्वारा फोन किया गया उनके खिलाफ भी कार्यवाही अवश्य ही करवाई जाएगी क्योंकि मामला बहुत ही गंभीर और स्पष्ट रूप से आमजनता की जान माल की हानि से जुड़ा हुआ है।