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देहरादून डीएम सोनिका द्वारा जनता दरबार में दिए गए कड़े निर्देशों के बाद इस अधिकारी ने की बड़ी कार्यवाही और सच्चाई आई सामने

भूपेन्द्र लक्ष्मी

देहरादून जिलाधिकारी सोनिका के जनता दरबार में अवैध रूप से ज्यादा किराया वसूलने वाले ऑटो रिक्शा चालको की इस संवाददाता द्वारा शिकायत करने पर DM सोनिका ने लिया कड़ा एक्शन और अवैध वसूली करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही का आदेश जारी करते ही RTO प्रवर्तन उतरे सड़कों पर और अवैध वसूली का सच्च आ गया सामने क्योंकि ऑटो रिक्शा वालों ने RTO प्रवर्तन शैलेश तिवारी से ही वसूल लिया अधिक किराया।

इस संवाददाता ने इस अत्यन्त ही जनहित के मामलें में दिनांक 10/10/2022 को देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका द्वारा कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित जनता दरबार में जिलाधिकारी सोनिका के समक्ष शिकायत प्रस्तुत कर निवेदन किया था कि शहर में 2387 पंजीकृत ऑटो थ्रीव्हीलर परन्तु सड़को पर संचालित हो रहे हैं 5 हज़ार ऑटो/बिना वर्दी के रहते हैं ऑटो चालक तथा आमजनता/यात्रियों से मनमाना किराया वसूलना और कुछ चालकों द्वारा दंबगई भी दिखाना तथा रात्रि में तो यात्रियों की मजबूरी का पूरा फ़ायदा उठाना।
साथ ही निम्न बिन्दुओं पर यह भी निवेदन किया गया था कि:-

1- यह कि देहरादून शहर में 2387 ऑटो थ्रीव्हीलर आरटीओ में पंजीकृत हैं परन्तु सड़को पर 5 हज़ार संचालित हो रहे हैं, 5 साल पूर्व परिवहन विभाग और पुलिस ने फर्जी ऑटो रोकने के लिए शहर के सभी ऑटो पर स्टीकर चस्पा किए थे लेकिन विभागों की लापरवाही के चलते यह स्टिकर गायब हो गए।

2- यह कि ऑटो चालक बिना वर्दी के रहते हैं जबकि परिवहन विभाग ने ऑटो चालकों के लिए भूरे रंग की वर्दी निर्धारित की हुई है, तथा वर्दी पर नेम प्लेट लगाना भी अनिवार्य है, परन्तु शहर में एक भी ऑटो चालक वर्दी में नहीं दिखता ऐसे में किसी आपराधिक घटना में चालक की पहचान करने में दिक्कत होती है।

3- यह कि पुलिस एवं परिवहन विभाग की ओर से तय निर्देशों को धत्ता बताकर ऑटो चालक यातायात व परिवहन नियमों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए आमजनता/यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं। यह उनकी आदत बन चुकी है, यह सब पुलिस और परिवहन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाती है तथा रात्रि में तो स्थिति और भी खराब होती है क्योंकि रात का समय होने के कारण यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठा कहीं गुना ज्यादा किराया वसूला जाता है।
4- यह कि शिकायत का विषय अत्यंत ही गम्भीर हैं,जोकि स्पष्ट रूप से आमजनता से जुड़ा हुआ है, क्योंकि जो ऑटो थ्रीव्हीलर आरटीओ ऑफिस में पंजीकृत नहीं है तथा उस ऑटो से अगर कोई दुर्घटना होती है तो यात्रियों को मुआवजा मिलना भी मुश्किल है।

अत: आपसे निवेदन है कि शिकायतकर्ता ने उपरोक्त जिन 4 बिंदुओं में गंभीर अनियमितताओं की शिकायत की है, उस संबंध में न्यायहित जनहित में पुलिस एवं परिवहन विभाग को कार्यवाही हेतु निर्देशित कर संपूर्ण मामले की रिपोर्ट तलब करने की कृपा करें।

जिलाधिकारी सोनिका ने शिकायत की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जनता दरबार में मौजूद परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को बुलाया और अत्यंत ही नाराजगी जताते हुए कहा कि आपके विभाग की तो बहुत शिकायतें हैं, लगता हैं आपके विभाग की अलग से फाईल बनानी पड़ेगी यह सुनते ही अधिकारी बगले झांकने लग गए।

जिलाधिकारी सोनिका ने संबंधित अधिकारी को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया और कहा कि मामला बहुत ही गंभीर है इसलिए इसमें तत्काल कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए।

जिलाधिकारी सोनिका के कड़े निर्देशों के बाद में आटो चालकों का मनमाना किराया वसूलने का सच जानने के लिए आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी स्वयं सवारी बनकर आटो में सवार हुए। चालक ने उनसे किशनपुर से सिल्वर सिटी तक का 150/- रुपये किराया मांगा।
आरटीओ द्वारा रेलवे स्टेशन से आईएसबीटी के लिए ऑटो बुक किया गया, करीब 5 किलोमीटर के लिए ऑटो चालक ने आरटीओ से 150/- रुपए किराए की मांग की जबकि किराए की दरों के मुताबिक, किराया करीब 115 रुपए ही बनता है। इसके बाद आरटीओ द्वारा ऑटो चालक को निर्धारित किराया दिया गया और अधिक किराया मांगने और ऑटो में किराया सूची न लगे होने पर ऑटो का चालान किया गया।
आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने बताया कि रात में आईएसबीटी और रेलवे स्टेशन से ऑटो रिक्शा द्वारा अधिक किराया वसूली की शिकायतें मिल रही हैं इसके चलते अब चेकिंग टीम द्वारा रात में भी औचक जांच की जाएगी।
साथ ही बताया कि सभी वाहनों के लिए जुलाई 2022 से किराए में बढ़ोत्तरी की गई है,किराए की दरें पर्याप्त हैं. ऐसे में अधिक वसूली करना किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
साथ ही आटो, विक्रम समेत निजी बस, सिटी बस, टैक्सी-मैक्सी कैब में सवारियों से वसूले जा रहे किराये की जांच के लिए चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। अधिक किराया वसूलने वाले वाहनों का न केवल चालान किया जाएगा, बल्कि चालक के लाइसेंस व वाहन के परमिट के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी।