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आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक दर्दनाक हादसा, तीन की मौत, घटनास्थल पर पहुंचे अखिलेश यादव

औरैया: सर्दियां शुरू हो गई हैं और साथ ही कोहरे ने अपना कोहराम मचाना भी शुरू कर दिया है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ऐरवाकटरा क्षेत्र के गांव उमरैन समीप सोमवार तड़के कोहरे का पहला कहर देखने को मिला। एकाएक धुंध के चलते पांच वाहन आपस में भिड़ गए। दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूचना मिलते ही एक्सप्रेसवे की पेट्रोलिंग टीम व पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। इसके बाद राहत व बचाव के कार्य शुरू किया गया। घायलों को तिर्वा मेडिकल कालेज भेजा गया है। सोमवार तड़के कोहरे की धुंध के चलते विजबिलिटी लगभग शून्य थी। इसी दौरान उमरैन गांव समीप एक्सप्रेसवे पर धीरे-धीरे चल रहे ट्रक के पीछे स्लीपर बस जा टकराई। इसके पीछे से आ रही अल्टो कार भी जा भिड़ी। वहीं पीछे से आ रहा एक ट्रक क्षतिग्रस्त वाहनों से बचने के चक्कर में डिवाइडर से जा टकराया।

हादसा यहीं तक नहीं थमा। पीछे से आ रही एक और स्लीपर बस डिवाइडर से सटे खड़े क्षतिग्रस्त ट्रक से जा भिड़ी। बारी-बारी से टकराते वाहनों के बीच बसों व अन्य वाहनों में सवार लोग बचने के लिए एक्सप्रेसवे से किनारे पर भागने का प्रयास करते रहे। करीब 20 मिनट तक यह सिलसिला जारी रहा।

उधर सूचना पर पहुंची पुलिस व एक्सप्रेसवे की पेट्रोलिंग टीम ने क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाने व एंबुलेंस से घायल को अस्पताल भेजने का कार्य शुरू कर दिया। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौके पर पहुंचे और घायलों का जायजा लिया।

घायलों के बारे में

क्षेत्राधिकारी भरत पासवान ने बताया कि स्लीपर बस चालक मथुरा जनपद निवासी पप्पू यादव के रूप जान गवाने वाले एक युवक की पहचान हुई है, जो बस को देहरादून से लखनऊ लेकर जा रहे थे। वहीं दूसरे व्यक्ति की पहचान 32 वर्षीय महेश चंद्र निवासी अमेठी के रूप में हुई है, ये बस चंडीगण से उन्नाव जा रही थी। अल्टो कार ग्रेटर नोयडा से बिहार जा रही थी। तीसरे की पहचान की जा रही है। कुल तीन मौतें हुई हैं। वहीं पहला ट्रक चालक भाग निकलता है। घटना में अब तक आठ लोगों के घायल होने की खबर है। राहत व बचाव का कार्य जारी है।