भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया गया। व्याख्यान श्रृंखला मैं डॉ.पंकज कुमार गर्ग, डॉ.अजीत तिवारी और डॉ.पल्लवी कॉल ने उपस्थित शिक्षक और छात्र छात्राओं को कैंसर के कारण, उससे बचाव और उपचार के प्रति जागरूक किया|
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रोफेसर यू एस रावत ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज कैंसर कोई लाइलाज बीमारी नहीं रह गई है बल्कि इसका इलाज संभव है लेकिन कैंसर के विभिन्न रूप है जिनके प्रति जागरूकता का होना आवश्यक है, समय पर जागरूक होने से ही कैंसर से बचाव संभव है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की संयोजक और विश्वविद्यालय की शैक्षिक समन्वयक डॉ मालविका कांडपाल ने बताया कि कि प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहना चाहता है, लेकिन कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो उसको मानसिक और शारीरिक तौर पर अस्थिर कर देती है और फिर व्यक्ति जीने की इच्छा ही छोड़ देता है| इसी इच्छा शक्ति को जागृत करने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए इस व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विषय विशेषज्ञ कैंसर के प्रति जागरूक करेंगे।
इस अवसर पर कैंसर सर्जन डॉ पंकज कुमार गर्ग ने कैंसर के कारण और उसकी विभिन्न अवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी| उन्होंने कहा कि यह हमारे देश में दुर्भाग्यपूर्ण विषय है कि कैंसर के इलाज होने के बावजूद मरीज अंतिम अवस्था में ही डॉक्टर के पास जाता है जब इलाज की संभावनाएं कम हो जाती है|
कार्यक्रम के दूसरे मुख्य वक्ता डॉ अजीत तिवारी ने फेफड़ों के कैंसर के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
वहीं डॉ पल्लवी कॉल ने मुंह के कैंसर के विषय में जानकारी दी उन्होंने छोटे-छोटे टॉन्सिल और मुंह में होने वाले घाव को इसका मुख्य कारण बताया|
वोट ऑफ थैंक्स विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ दीपक साहनी द्वारा दिया गया|
कार्यक्रम का संचालन एम एड की छात्रा मल्लिका पयाल ने किया|
इस अवसर पर विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ आरपी सिंह, डीन रिसर्च प्रोफेसर अरुण कुमार, डॉ मनोज गहलोत, डॉ मनोज तिवारी, प्रोफ़ेसर कुमुद सकलानी, डॉ बलबीर कौर, डॉ दीपक सोम, डॉ मीनाक्षी भट्ट, डॉ आशा बाला के साथ ही संबंधित सभी स्कूलों के डीन, शिक्षक गण और बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे।