भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
उत्तराखंड देहरादून में रिंग रोड स्थित जादुई अँग्रेजी शराब का ठेका हैं रात में ठेका बंद होने के बाद दारू के शौकीन किसी वक्त भी इस ठेके पर जा कर अलीबाबा चालीस चोर की कहानी की तरह खुल जा सिम-सिम बोल के इस शराब के ठेके पर लात से ठक-ठकाये ओर तुरन्त ही दरवाजा खुल जाएगा और अंदर से आवाज आएगी क्या चाहिए मालिक और दारू के शौकीनों की ज़रूरत तुरन्त पूरी हो जाती हैं और चिन्ता की बात कुछ नही ठेके वाले का पूरा जादू हैं क्योंकि जब ठेका बंद होने के बाद रात्रि में कोई भी खुल जा सिम-सिम बोल के इस शराब के ठेके पर लात से ठक-ठकायेगा और दारू लेगा तो इस दौरान इस ठेके के क्षेत्र में जिन पुलिसकर्मियों की रात्रि ड्यूटी हैं और साथ ही आबकारी विभाग वालों की आंखें भी बंद रहेगी।
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सम्पूर्ण वाक्या इस प्रकार हैं उत्तराखंड के देहरादून रिंग रोड स्थित अंग्रेजी शराब का ठेका जिसकी मालिक/ठेकेदार/लाईसेंसी रेखा नेगी हैं के ठेके पर रात्रि में ठेका बंद होने के बाद एक जागरूक नागरिक ठेके पर गया उसके द्वारा देके के साईड में नीचे छोटे दरवाज़े पर लात से ठक-ठकाया ओर तुरन्त ही दरवाज़ा खुल गया जैसे की ग्राहक का ही इंतजार था ओर पूछा गया कि क्या चाहिए और बोलने पर कि दो बोतल दे दो उसके बाद पैसे लेते ही दारू ग्राहक को दे दी।
आखिर सवाल है कि कब होगी ऐसे ठेके वालों पर कार्यवाही क्योंकि ना तो ओवर-रेटिंग करने से मानते हैं क्योंकि उदहारण के लिए आराघर अंग्रेजी शराब के ठेके वाले वाले के विरुद्ध पता नहीं कितनी ही तहरीर दी गई ओवर-रेटिंग की-कि एटीएम से रेट से अधिक पैसे अवैध वसूल कर धोखाधड़ी की गई हैं परंतु आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और दूसरा इस रिंग रोड वाले ठेके को ले लो रात्रि ठेका बंद होने के बाद भी खुलेआम शराब बेची जा रही है। मेरी सरकार आख़िर कब होगी इनपर कार्यवाही।