देहरादून। उत्तराखंड सरकार प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को आउट आफ टर्न सरकारी नौकरियों में प्रमोशन दिया जा रहा है और अब तक 31 खिलाड़ियों को सरकारी विभागों में नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है।
खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के साथ खेल अवस्थापनाओं को मजबूत किया जा रहा है, ताकि उत्तराखंड खिलाड़ियों की फैक्ट्री बन सके। यह बातें खेल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहीं।
गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस और राष्ट्रीय खेल दिवस पर खेल निदेशालय की ओर से परेड ग्राउंड स्थित बहुउद्देशीय हाल में कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विशिष्ट अतिथि खेल मंत्री रेखा आर्या और राजपुर रोड विधायक खजानदास ने शिरकत की।
सभी अतिथियों ने हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेल की वेबसाइट का लोकार्पण किया। राज्य के खिलाड़ियों को एक ही स्थान पर अपना पंजीकरण कराने और उपलब्धियां दर्ज करने के लिए उत्तराखंड स्पोर्ट्स रिपोजिट्री सिस्टम पोर्टल (यूकेएसआरएस) की लांचिंग की।
उन्होंने उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के 3,900 खिलाड़ियों को डीबीटी के माध्यम से 58.50 लाख रुपये की छात्रवृत्ति वितरित की। मुख्यमंत्री ने 269 राष्ट्रीय, 58 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और 65 प्रशिक्षकों सहित कुल 392 लोगों को डीबीटी के माध्यम से सात करोड़ 37 लाख 397 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की।
इसके अलावा पेरिस ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के चारों खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत किया। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उनका इरादा प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों की नर्सरी तैयार करना है। उन्होंने बताया कि 38वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी के लिए सभी तैयारियां पूर्ण हैं सिर्फ तिथि की घोषणा करना बाकी है, जिसे जल्द ही घोषित किया जाएगा। विधायक ने सरकारी नौकरी में खिलाड़ियों को आरक्षण मिलने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद किया।
इस अवसर खेल सचिव अमित सिन्हा, खेल निदेशक जितेंद्र सोनकर, संयुक्त खेल निदेशक शक्ति सिंह, खेल उप निदेशक राशिका सिद्दीकी, सहायक खेल निदेशक राजेश ममगाईं, दीप्ति जोशी और युवा कल्याण विभाग की सहायक निदेशक शबाली गुरुंग सहित विभिन्न जिलों के क्रीड़ी अधिकारी मौजूद रहे।