भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
योग बढ़ाता है स्मरण शक्ति और एकाग्रताः कुलपति
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में योगा एंड वैलनेस क्लब का उद्घाटन
विद्यार्थियों में तनाव मुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य व स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की दिशा में कार्य करेगा योगा एंड वैलनेस क्लब
‘योग के सिद्धांत एवं आधारभूत तत्व‘ पुस्तक का विमोचन
देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में सोमवार को योगा एंड वैलनेस क्लब का उद्घाटन किया गया। इस क्लब में विश्वविद्यालय के नौ संकायों के साढ़े आठ सौ से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को योग के लाभों से अवगत कराने के साथ ही प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न पद्धतियों की भी जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही योगा विभाग के विद्यार्थियों द्वारा योग से संबंधित विभिन्न प्रस्तुतियां भी दी गई।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत देवेंद्र दास जी महाराज ने छात्रों को प्रेषित शुभकामना संदेश में कहा कि योग भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है। भारत ने योग को विश्वव्यापी प्रतिष्ठा दिलाई है। योग एक जीवन पद्धति है जिससे व्यक्ति, समाज तथा परिवार संस्कारित तथा सशक्त बनते हैं। योग से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं, इसलिए छात्रों को अपनी जीवनचर्या में योग को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए।
कार्यक्रम की शुरूआत में योगा विभाग के विद्यार्थियों द्वारा योगा के माध्यम से गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यू.एस. रावत ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कुलपति ने कहा कि योगा एंड वैलनेस क्लब का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और संकाय कर्मियों की विभिन्न शारीरिक और मानसिक परेशानियों का योग के माध्यम से उपचार करना तथा उन्हें योग के प्रति जागरूक करना है। इस क्लब के माध्यम से विद्यार्थियों में एकाग्रशक्ति बढ़ाने व तनाव मुक्ति का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में योग से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। ये हमारे लिए स्वर्णिम अवसर है। हम बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक रूप से सशक्त भी कर सकते हैं। उनका कहना था कि आज के प्रतियोगी समय में योग ही एक ऐसा साधन है जिससे शिक्षक व विद्यार्थी तनाव, चिंताओं एवं नकारात्मक सोच को दूर कर सकते हैं और अपने मन को शांत व स्वस्थ रख सकते हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.दीपक साहनी ने छात्रों को योग के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चे शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक गतिविधियों में भाग ले सकें इसके लिए विश्वविद्यालय में योगा वैलनेस क्लब की शुरुआत की गई है। योग स्मरण शक्ति बढ़ाने के साथ ही मानसिक तनाव को कम करने में भी सहायक होता है और आज पूरी दुनिया भी यह स्वीकार रही हैं।
विश्वविद्यालय की शैक्षिक समन्वयक डॉ.मालविका कांडपाल ने बताया कि योगा एंड वैलनेस क्लब विद्यार्थियों में तनाव मुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर स्वस्थ जीवन शैली अपनाने में उनकी मदद करेगा। उन्होंने बताया कि आगामी भविष्य में योगा एंड वैलनेस सेंटर के अंतर्गत विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम में सामाजिक एवं मानवीय विद्याशाखा की डीन एवं योगा विभाग की प्रोफेसर सरस्वती काला ने विद्यार्थियों को प्राणायाम से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्राणायाम करने से मानसिक रूप से दृढ़ता आती है। साथ ही अवसाद व तनाव में आराम मिलता है। विद्यार्थी पढ़ाई के बाद हुई थकान को प्राणायाम से दूर कर सकते हैं।
इस मौके पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता डीन व योगा विभाग के प्रोफेसर कंचन जोशी ने विद्यार्थियों को योगासनों से होने वाले विभिन्न लाभों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि योग का विद्यार्थी जीवन में विशेष महत्व है। योगाभ्यास से ऊर्जा का संचार होता है, एकाग्रता बढ़ती है और मन-मस्तिष्क का संतुलन बना रहता है, जिससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है। योग अनुशासन का भी विज्ञान है जो शरीर, मन तथा आत्मशक्ति का सर्वांगीण विकास करता है। विद्यार्थी योग के माध्यम से अपनी एकाग्रता और विषय के प्रति अपनी रुचि को बढ़ा सकता है। कोरोना महामारी में भी योगासन के माध्यम से लोगों ने अपने शरीर को स्वस्थ रखा। योगासनों का सबसे बड़ा गुण यह हैं कि वे सहज, साध्य और सर्वसुलभ हैं।
योगा विभाग के शिक्षक डॉ. अनिल थपलियाल ने विद्यार्थियों को योग के माध्यम से अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योग से हमारा शरीर निरोग रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है। आधुनिक जीवन शैली में हमारा आहार, विहार, आचरण जिस तरह प्रभावित हुआ है उसका हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक असर पड़ा है। आज के जीवन में टॉक्सिन, प्रदूषण, भोजन का गलत चयन तथा नकारात्मक विचार हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर बना देते हैं। इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए योगासन तथा प्राणायाम के साथ-साथ उचित और संतुलित भोजन का चयन भी आवश्यक है। कार्यक्रम में कुलपति द्वारा प्रो. सरस्वती काला एव डॉ. सुनील कुमार श्रीवास द्वारा लिखित पुस्तक ‘योग के सिद्धांत एवं आधारभूत तत्व‘ का भी विमोचन किया गया।
क्लब का संचालन सविता पाटिल एवं विजेंद्र सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जनसंचार विभाग का सहयोग रहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ. आरपी सिंह, डीन रिसर्च प्रोफेसर अरुण कुमार, प्रो. कुमुद सकलानी, डॉ. मनोज गहलोत, प्रो. सरस्वती काला, प्रोफेसर कंचन जोशी, डॉ. अनिल थपलियाल, जनसंपर्क अधिकारी भूपेन्द्र रतूड़ी, डॉ. सुरेन्द्र रयाल, डॉ. सुनील श्रीवास, डॉ. आरती भट्ट के साथ ही संबंधित स्कूलों के सभी डीन, शिक्षक गण और सैकड़ों छात्र मौजूद रहे।