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बिगब्रेकिंग:अवैध हिरासत में रख महिला की बर्बरता पूर्वक पिटाई करने करंट लगाने के मामले में एसएसपी देहरादून को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

देहरादून की थाना नेहरुकालोनी पुलिस चौकी के अंतर्गत जोगीवाला पुलिस चौकी इंचार्ज दीपक गैरोला तथा चौकी के कर्मियों द्वारा बंद घर में हुई चोरी के मामले में मात्र एक शक के आधार पर एक महिला को हिरासत में लेकर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई उसे बैल्ट पट्टों से पीटने के साथ करेंट भी लगाया गया, चोरी उगलवाने के लिए उसके साथ ऐसा किया गया। महिला की हालत बिगड़ने पर पुलिस ने उसको छोड़ा।

समस्त प्रकरण इस प्रकार हैं कि देहरादून के जोगीवाला चौकी क्षेत्र के मंत्रा अपार्टमेंट, मोहकमपुर स्थित फ्लैट में इंजीनियर देवेंद्र ध्यानी का परिवार रहता है। बीते सात मई को वह किसी काम से दिल्ली गए थे। इस दौरान फ्लैट बंद रहा। वहां से वह 14 मई को वापस आए तो देखा कि उनके फ्लैट का दरवाजा खुला है। अंदर अलामारी भी खुली पड़ी थी। अंदर से सोने चांदी के जेवरात गायब थे। उनके घर पर एक मंजू नाम की महिला (निवासी सीतापुर, उत्तर प्रदेश) काम करती थी। देवेंद्र ध्यानी के पुलिस को तहरीर देने पर जोगीवाला पुलिस ने शक के आधार पर मंजू को पूछताछ के लिए बुला लिया।
आरोप है कि मंजू को चौकी लाया गया और पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। महिला को इतना मारा गया कि ओर करेंट तक लगाया गया जिस कारण उसके मुंह, नाक से खून आने लगा। इसके बाद उसे घर छोड़ दिया गया।
हालत खराब देखकर स्थानीय लोगों और परिजनों ने उसे दून अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से उसे कोरोनेशन अस्पताल में भेज दिया गया। महिला को कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती किया गया।
पुलिस का इस मामलें में कारनामा तो देखों, इस मामलें में मुकदमा दर्ज कर जांच अधिकारी भी उसी आरोपित चौकी इंचार्ज दीपक गैरोला को नियुक्त किया गया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में जब यह बात आई तो उन्होंने चौकी प्रभारी दीपक गैरोला को ‌सस्पेंड कर दिया है तथा चौकी इंचार्ज के खिलाफ जांच बैठा दी है, सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी को प्रकरण की जांच सौंप दी है।
इस मामलें में पुलिस की कार्यवाही पर बड़ा सवाल यह हैं कि चोरी मामलें की तहरीर तो दी गयी हैं 14 मई को परंतु 2 दिन बाद 16 मई को मुकदमा दर्ज किया गया,साथ ही तहरीर में पीड़ित महिला का नाम भी नही है फिर भी उसको अवैध हिरासत में लेकर बेरहमी से पिटाई की गई करंट लगाए गए जिस कारण उसके नाक मुंह से खून आ गया जिस कारण उसकी मृत्यु भी हो सकती थी।
इस संवाददाता ने इस अत्यंत ही गंभीर महिला को अवैध हिरासत में रख उसकी निर्दयता पूर्वक पिटाई करने के मामले में मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि शिकायत का विषय बहुत ही गम्भीर ओर संवेदनशील हैं क्योंकि पुलिस ने अवैध हिरासत में रखकर महिला की बर्बरतापूर्वक पिटाई की गई है जिस कारण उसकी जान भी जा सकती थी इस मामले में पुलिस के बड़े अधिकारी दोषियों को बचाने की कोशिश कर सकते हैं क्योंकि मात्र चौकी इंचार्ज दीपक गैरोला को सस्पेंड किया गया है जबकि उसको उसी समय हिरासत में लेकर और बाकी चौकी में मौजूद दोषियों के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए थी जो नहीं की गई यह स्पष्ट रूप से मानवाधिकारों के उल्लंघन का मामला है इसलिए जनहित न्याय हित में तत्काल कार्यवाही करने की कृपा करें।

आयोग द्वारा मामले की अति गंभीरता को देखते हुए जनहित याचिका पर तत्काल सुनवाई की गई तथा आदेश जारी किए गए कि-“पत्रावली का अवलोकन किया गया।
शिकायतकर्ता द्वारा समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार पुलिस चौकी में महिला को बेरहमी से पीटा, करंट लगाया व गाली दी, इंचार्ज निलंबित, चोरी के मामले में पूछताछ को ले गई थी पुलिस, महिला कारोनेशन अस्पताल में भर्ती समाचार पत्र की प्रति संलग्न कर शिकायती पत्र प्रस्तुत किया गया है।
शिकायत पत्र की प्रति वरिश्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को प्रेशित कर दी जाये। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून इस सम्बन्ध में 04 सप्ताह के अंदर अपनी आख्या आयोग के समक्ष प्रस्तुत करेंगें।
पत्रावली दिनांक 07.07.2022 को प्रस्तुत की जाये।