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संसद का शीतकालीन सत्र आज 20 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, हंगामे से लेकर राहुल गांधी पर पुलिस केस तक.

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज यानी 20 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। 25 नवंबर से शुरू हुए इस सत्र में कई बातें देखने को मिलीं। कभी बयान पर हंगामा हुआ, तो कभी सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हुई।

इस पूरे सत्र को इन 10 बिंदुओं में समझिए:

  • केंद्र सरकार ने वन नेशन-वन इलेक्शन से जुड़ा बिल संसद में पेश किया। बिल को जेपीसी के पास चर्चा के लिए भेज दिया गया। जेपीसी के लिए लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 12 सदस्य चुने गए।
  • शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद एक-दूसरे से भिड़ते रहे। ताजा घटनाक्रम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भाजपा ने पुलिस केस दर्ज कराया है। उन पर भाजपा के दो सांसदों को गिराकर घायल करने का आरोप है।
  • इसके बदले में कांग्रेस ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कर भाजपा सांसदों द्वारा मल्लिकार्जुन खड़गे को चोटिल करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी पर यह केस डॉ. आंबेडकर का सम्मान बचाने की लड़ाई लड़ने की वजह से लगाया गया है।
  • संसद परिसर में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई धक्का-मुक्की में भाजपा के दो सांसद घायल हो गए थे। भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। राजनाथ सिंह ने अस्पताल पहुंचकर दोनों से मुलाकात की थी।
  • अमित शाह के डॉ. आंबेडकर पर दिए बयान को लेकर विपक्ष संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहा था। इस दौरान नारे लगाते हुए जब विपक्ष ने संसद में प्रवेश करने की कोशिश की, तो वहां भाजपा के सांसद पहले से मौजूद थे। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हुई और यह घटना घटित हुई।
  • अमित शाह ने विपक्ष पर उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वीडियो की क्लिप काटकर वायरल की है। कांग्रेस ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है।
  • शाह ने इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए कहा कि इससे कांग्रेस की समस्या नहीं सुलझेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शाह का बचाव करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए झूठ का सहारा ले रही है।
  • कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने आंबेडकर मु्द्दे से ध्यान भटकाने के लिए हिंसा की साजिश रची है। वहीं भाजपा का आरोप है कि विपक्ष संविधान निर्माताओं का अपमान कर रहा है।
  • लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए संसद भवन के किसी भी गेट पर प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है। उन्होंने सांसदों को निर्देश दिए हैं कि संसद भवन के किसी भी गेट को बाधित न करें।
  • शीतकालीन सत्र में कांग्रेस को उसके सहयोगी दलों से भी निराशा हाथ लगी। तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने संसद की कार्यवाही बार-बार स्थगित होने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कांग्रेस के अडानी और भाजपा के जॉर्ज सोरोस मु्द्दे से भी खुद को अलग कर लिया।
संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन भी हंगामा होने के आसार हैं। गुरुवार को हुई घटना के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर मामले में जांच की मांग की है। संभावना जताई जा रही है कि संसद में इस पर दोनों पक्ष फिर से भिड़ सकते हैं।

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