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स्वर्ण मंदिर के बाहर चली गोली, सुखबीर सिंह बादल को गोली मारने का प्रयास

अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर सुबह 9:30 बजे बब्बर खालसा से संबंधित पूर्व आंतकवादी हमलावर नारायण सिंह जोड़ा गोली चला दी। उसने मात्र 15 मीटर की दूरी से उन पर गोली चलाने का प्रयास किया। इस समय सुखबीर सुबह 9:00 बजे से अकाल तख्त से मिली धार्मिक सजा के तहत हरमंदिर साहब के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर पहरेदारी कर रहे थे।

पुलिस की सतर्कता से टला बड़ा हादसा

करीब 9:30 बजे अचानक दोषी नारायण सिंह बादल के नजदीक पहुंचा तथा पिस्तौल का मुंह बादल की तरफ कर दिया। पिस्टल निकालते हुए टास्क फोर्स के एक कर्मी ने नारायण सिंह को देख लिया तथा अविलंब उसे उसे रोकने के लिए उसकी तरफ लपका। इतने में गोली चल गई जो मिस फायर हो गया।

घटना के बाद फैल गई दहशत

गोली मुख्य प्रवेश द्वार की एक दीवार पर जा लगी, मुक्त कर्मी ने पलक झपकते ही नारायण सिंह से पिस्तौल छीन ली। कुछ पलों के लिए यहां दहशत फैल गई, मिसफायर होने से बादल बाल बाल बच गए। सादा वर्दी में तैनात पुलिस कर्मियों तथा उनके समर्थकों ने उन्हें तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया। पुलिस नारायण सिंह को काबू कर तुरंत थाना कोतवाली ले गई।

 

गोली के निशान को देखते हुए पुलिस कर्मी व सेवादार

दलजीत चीमा ने भगवंत मान से मांगा इस्तीफा

डॉ दलजीत सिंह चीमा ने सरकार की इस सुरक्षा चौक के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने इसकी न्यायिक जांच करवाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि जब सुरक्षा एजेंसी को यह मालूम था कि नारायण सिंह बीते दिन भी बादल की रेकी कर रहा था तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया क्या अधिकारी बादल के साथ अप्रिय घटना होने की इंतजार कर रहे थे

पुलिस कमिश्नर ने किया ये दावा

पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने दावा किया कि पुलिस की सतर्कता की वजह से ही गोली सीधी नहीं चल पाई। सुखबीर बादल की सुरक्षा के लिए श्री हरमंदिर साहिब के आसपास करीब 200 सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए गए हैं। नारायण सिंह की पिस्टल छीनने वाला भी पंजाब पुलिस का ही कर्मचारी है।

श्री हरिमंदिर साहिब पहुंची हरसिमरत कौर

सुखबीर बादल पर गोली चलने की घटना के बाद सचखंड उनकी पत्नी व पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक होने पहुंची।

बाद में हरसिमरत कौर बादल श्री हरिमंदिर साहब पहुंची हैं। एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी तथा अकाली नेता बंटी रूमाना ने भी बिगड़ी कानून व्यवस्था के तहत मुख्यमंत्री मान से इस्तीफा देने की मांग की है।