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एमबीबीएस की खाली सीटों को भरने के लिए आखिर किसका इंतजार जबकि पीजी सीटों को 8 मार्च तक भरने का आदेश हो चुका है जारी

भूपेन्द्र लक्ष्मी

जागिए सरकार एमबीबीएस की खाली सीटों को भरने के लिए किसका इंतजार
 पीजी सीटों को 8 मार्च तक भरने का आदेश जारी हो चुका है, एमबीबीएस के लिए इंतजार क्यों
 गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस की 13 सीटें खाली, एसजीआरआर में 2 सीटें खाली

देहरादून:उत्तराखण्ड में डॉक्टर बनने का सपना देख रहे छात्र-छात्राएं सिस्टम की हीला हवाली में पिस रहे हैं। राज्य के प्राईवेट मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की गुंजाइश बाकी है। केन्द्र सरकार डीजीएचएस की मेडिकल कांउसलिंग कमेटी ने मेडिकल पीजी की रिक्त सीटों को भरने के लिए 8 जनवरी 2023 तक तारीख बढ़ाई है।

एमबीबीएस की रिक्त सीटों को भी इसी तर्ज पर भरा जाना है लेकिन एमबीबीएस की रिक्त सीटों को भरने के लिए अलग से आदेशों का इंतजार है।
आखिर सिस्टम व आदेशों के नाम पर मेडिकल छात्र-छात्राओं को कब तक तारीख पर तारीख मिलती रहेगी। गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस की 13 सीटें व एसजीआरआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज में एमबीबीएस की 2 सीटें अभी भी रिक्त हैं।

केन्द्र सरकार की मेडिकल पीजी की रिक्त सीटों को भरने की अधिसूचना के बावजूद अभी एमबीबीएस सीटें को भरने पर रार मची है। स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड रिक्त सीटों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए पहले ही अधिकारियों को लताड़ लगा चुके हैं। ऐसे में सिस्टम की सुस्ती व अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा एमबीबीएस सीटों के इंतजार में बैठे छात्र छात्राओं और मेडिकल कॉलेजों को भुगतना पड़ रहा है। जल्द से जल्द रिक्त सीटों पर काउंसलिंग करवाई जानी बेहद जरूरी है।

केन्द्र सरकार डीजीएचएस की मेडिकल कांउसलिंग कमेटी ने मेडिकल पीजी सीटों सहित अन्य मेडिकल कोर्सेज की रिक्त सीटों को भरने के लिए 8 जनवरी 20123 तक तारीख बढ़ाई है। इसके अनुपालन में राज्यों को जल्द से जल्द काउंसलिंग करवानी है। पीजी सीटों पर स्थिति स्पष्ट हो चुकी है लेकिन एमबीबीएस की काउंसलिंग की तारीख अभी भी अधर में है। आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है़ ? क्या छात्र-छात्राएं ? मेडिकल कॉलेज ? या सिस्टम

एमबीबीस की रिक्त सीटों के काउंसलिंग सम्बन्धित प्रकरण पर गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय (सुभारती मेडिकल कॉलेज) सुप्रीम कोर्ट जा चुका है। श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज़ प्रशासन ने इस सम्बनध में सचिव मेडिकल एजुकेशन को पत्र प्रेषित कर अवगत कराया है।

आपको बता दें कि नीट 2022 में सफल अभ्यर्थियों को अभी भी प्राईवेट मेडिकल कॉलेजों की रिक्त एमबीबीएस सीटों की काउंसलिंग में शामिल होना है। लेकिन काउंसलिंग करवाने वाला सिस्टम कब तक जागेगा, पता नहीं।
एमबीबीएस सहित मेडिकल के अन्य कोर्सेज की रिक्त सीटों को भरने में हो रही देरी पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत पहले ही अपनी नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने हीला हवाली व ढिलाई करने वाले अधिकारियों को फटकार भी लगाई है।