नई दिल्ली। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़ें जारी कर दिए हैं। आंकड़ें जारी होने के बाद सियासी गलियारों में एक बार फिर जातीय राजनीति तेज हो गई है।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सु्प्रीमो मायावती ने बिहार सरकार द्वारा जारी किए गए जातीय जनगणना के आंकड़ों पर अपना रुख स्पष्ट किया, साथ ही यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर जमकर निशाना साधा।
बसपा सुप्रीमो ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- कुछ पार्टियां इससे असहज जरूर हैं किन्तु बीएसपी के लिए ओबीसी के संवैधानिक हक के लम्बे संघर्ष की यह पहली सीढ़ी है।
मायावती ने एक अन्य एक्स (पूर्व में ट्वीटर) में कहा- “बीएसपी को प्रसन्नता है कि देश की राजनीति उपेक्षित ‘बहुजन समाज’ के पक्ष में इस कारण नया करवट ले रही है, जिसका नतीजा है कि एससी/एसटी आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाने तथा घोर ओबीसी व मण्डल विरोधी जातिवादी एवं साम्प्रदायिक दल भी अपने भविष्य के प्रति चिन्तित नजर आने लगे हैं।”
यूपी सरकार पर साधा निशाना
यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा- “वैसे तो यूपी सरकार को अब अपनी नीयत व नीति में जन भावना व जन अपेक्षा के अनुसार सुधार करके जातीय जनगणना/सर्वे अविलम्ब शुरू करा देना चाहिए, किन्तु इसका सही समाधान तभी होगा जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराकर उन्हें उनका वाजिब हक देना सुनिश्चित करेगी।”