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कौतूहल का विषय बनी पहली जौनसारी फीचर फिल्म “मैरै गांव की बाट”

देहरादून:जौनसार बावर, जौनपुर रवांई, सिरमौर के निवासियों के लिए कौतूहल का विषय बनी पहली जौनसारी फीचर फिल्म “मैरै गांव की बाट”। 

आगामी 5 दिसंबर देहरादून 6 दिसंबर से विकास नगर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। विकासनगर में यह फ़िल्म न्यू उपासना थिएटर में प्रदर्शित होगी,आपकी देहरादून में सेंट्रियो मॉल में प्रदर्शित की जाएगी।

ज्ञात हो ‌कि पिछले एक साल से इस फ़िल्म पर जोर शोर से कार्य चल रहा था। अप्रैल, मई, जून और जुलाई में चार चरणों में इसकी शूटिंग पूरी हुई। इस फिल्म की खास बात यह है कि इसके सभी कलाकार जौनसार बावर क्षेत्र के है।

25 नवम्बर को फ़िल्म की सेंसर स्क्रीनिंग हुई और सेंसर बोर्ड के सदस्य फ़िल्म में दिखाई गई जौनसारी संस्कृति को देखकर गदगद हो गए हैं। 

फ़िल्म का पहला टीजर रिलीज हो चुका है। जौनसार बावर जौनपुर रवांई व हिमाचल क्षेत्र के लाखों दशकों ने टीजर को देखकर फ़िल्म के प्रति उत्सुकता बडी है। फ़िल्म में जौनसार बावर की संयुक्त परिवार की अवधारणा, नारी सम्मान परंपराओं का मार्मिक चित्रण किया गया है। 

फ़िल्म के प्रस्तुतकर्ता के एस चौहान हैं जबकि निर्माता आयुष गोयल और अभिनव चौहान हैं। फ़िल्म का निर्देशन सुप्रसिद्ध निर्देशक अनुज जोशी ने किया है। गीत श्याम सिंह चैहान के हैं जबकि गायन सीताराम चौहान, अतर शाह, अज्जू तोमर, मीना राणा, परीमा राणा सितारा व अभिनव चौहान का है।

फ़िल्म में मुख्य भूमिका मे अभिनव चौहान, प्रियंका, अमित चौहान, आकृति जोशी, बालम, विक्रम, जीत सिंह चौहान, मधुबाला और श्रीचंद शर्मा आदि कलाकार हैं। बल कलाकार तनिष्क व आरुषि हैं। फ़िल्म का प्रदर्शन विकासनगर व देहरादून के बाद, दिल्ली, शिमला, पांवटा साहिब व हरिद्वार में भी किया जाएगा।

जौनसार बावर के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है जब जौनसार बावर की पहली फ़िल्म ” मैरै गांव की बाट” बनकर तैयार है जिसका पोस्टर रिलीज हो चुका है। यदि हम फिल्म के इतिहास पर प्रकाश डाले तो 1931 में पहली हिंदी फिल्म आलमआरा रिलीज हुई।1983 में पहली गढवाली फ़िल्म जग्वाल रिलीज हुई, जबकि 1987 में पहली कुमाउनी फ़िल्म मेघा आ रिलीज हुई। 2024 में पहली जौनसारी फ़िल्म, “मैरै गांव की बाट” बनकर तैयार है, जो आगामी 5 दिसंबर को रिलीज होने वाली है।

पदमश्री प्रेमचंद शर्मा