रात्रि भ्रमण और जनसुनवाई की अनदेखी पर सख्ती
- 03 इंस्पेक्टरों की जांच फाइल खुली।
- 13 दारोगाओं पर कार्रवाई हुई।
- 04 मुख्य आरक्षी/आरक्षी की जांच के दायरे में आए।
विभाग में कोई भी हो दंड का प्रविधान सबके लिए बना है। हमने भी मुकदमों की जांच समय से पूरी न करने, निर्देश के बावजूद रात में भ्रमण पर न निकलने, जनसुनवाई न करने आदि के लिए कार्रवाई की है। हमारी मंशा इंस्पेक्टर, दारोगा को नुकसान पहुंचाने के बजाए कार्रवाई के जरिए उनमें कार्यों के प्रति तेजी लाना ध्येय होता है।- चंद्रकांत मीणा, पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन।
लापरवाही पर छिनेगी थानेदारों की कुर्सी
उधर, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने रविवार को यातायात पुलिस लाइन में महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने दोहराया कि जनसुनवाई में प्राथमिकता, जाम और अतिक्रमण से पब्लिक को राहत दिलाना उनकी प्राथमिकता है। कहा कि अतिक्रमण और जाम से निजात दिलाने में असफल थानेदारों की कुर्सी छिनेगी। मीटिंग की शुरुआत में ही उन्होंने मोबाइल चोरी का रिपोर्ट दर्ज कराने थाना पहुंची महिला से दुर्व्यवहार करने के आरोपित दशाश्वमेध थाना प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर उनकी जगह पर्यटक थाना प्रभारी योगेन्द्र प्रसाद को जिम्मेदारी सौंपी गई। अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था एस. चन्नप्पा, डीसीपी गौरव बंसवाल, चंद्रकांत मीना, हृदेश कुमार के अलावा सभी एडीसीपी, एसीपी और थानेदार मौजूद रहे।