भूपेन्द्र लक्ष्मी
उत्तराखंड: सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी मनोज उप्रेती सहित चार जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारीयों को खेद जताते हुए प्रतिकूल प्रविष्टी जारी करने हेतु कारण बताओं नोटिस जारी किए हैं कि आप द्वारा अत्यन्त महत्वकांक्षी कार्यक्रम / गतिविधि को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किये जाने हेतु रूचि नहीं ली जा रही है, जो कि अत्यंत खेद का विषय है। आपके द्वारा जनपद में समयसीमा का अनुपालन न किया जाना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की लक्ष्य प्राप्ति के लिए उदासीनता का घोतक है।
साथ ही दिनांक 20 दिसम्बर, 2022 को भारत सरकार की बैठक में अधोहस्ताक्षरी को आपकी जनपदीय निराशाजनक गतिविधियों के कारण असतोषजनक स्थिति का सामना करना पड़ा, जिस पर भारत सरकार द्वारा गंभीर अप्रसन्नता व्यक्त की गयी, एवं चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तराखण्ड की छवी धूमिल हुयी है। मा0 मंत्री जी, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा भी समय-समय पर हुयी समीक्षा बैठकों में कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध में अप्रसन्नता व्यक्त की जा रही है।
उक्त गतिविधि / कार्यक्रम को आपके द्वारा जनपद में निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण नहीं किया गया, जिससे भारत सरकार के समक्ष स्वास्थ्य विभाग की छवी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।
अतः उक्त कृत्य हेतु आपकी घोर भर्त्सना की जाती है, साथ ही चेतावनी देते हुए आपको निर्देशित किया जाता है कि इस हेतु अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को लौटती डाक में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों न इस हेतु आपको प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान कर दी जाये।
जैसा कि आप अवगत हैं कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत आयुष्मान भारत हैल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर एक अत्यन्त महत्वकांक्षी कार्यक्रम है, जिसकी कार्ययोजना के अन्तर्गत राज्य में समस्त उपकेन्द्रों का चरणवद्ध एवं समयबद्ध हैल्थ एण्ड बैलनेस सेन्टर में उच्चीकरण किया जाना है। हैल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर का उच्चीकरण किये जाने हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सी०एच०ओ० / एम०एल०एच०पी०) की तैनाती किया जाना एक अनिवार्य सूचक है।
उपरोक्त के क्रम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत सी०एच०ओ० / एम०एल०एच०पी० की तैनाती / नियुक्ति किये जाने के सम्बन्ध में पत्रांक-3026/HR/NHMUK/2022-23/CPHC-08 दिनांक 12.12.2022 एवं Regarding Operationalization of SHC-HWC in AB HWC Portal and placing CHOs in respective SHC-HWC by 17th December 2022 एवं पत्रांक-NHMUK/CPHC/2022-23/01/3069 दिनांक 15.12.2022 प्रेषित किये गये हैं। उक्त पत्रों में कार्यक्रम / गतिविधि को पूर्ण किये जाने हेतु निर्धारित लक्ष्यों के दृष्टिगत समयसीमा निर्धारित की गयी थी, जिसके क्रम में अपेक्षित कार्यवाही को समयसीमा के अन्तर्गत पूर्ण किया जाना था।
मा0 मुख्यमंत्री जी, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा दिनांक 23 दिसम्बर 2022 को रोजगार मेले का आयोजन किया गया है जिसमें उनके स्तर से 111 लाभार्थियों को नियुक्ति पत्र इत्यादि प्रेषित किये जायेगें, जिसके सम्बन्ध में ऐसा प्रतीत होता है कि आपकी उक्त के सम्बन्ध में कोई भी तैयारी नहीं है, अथवा आपके द्वारा कितने लाभार्थियों को कितने नियुक्ति पत्र निर्गत किये जाने है इससे भी अभी तक शासन को सूचित नहीं किया है। यदि 23 दिसम्बर 2022 को रोजगार मेले के समय मा० मुख्यमंत्री जी के समक्ष कोई अप्रीय / असंतोषजनक स्थिती उत्पन्न हुयी तो ऐसी स्थिति में आपका व्यक्तिगत उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए आपके प्रति अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाना अथवा प्रतिकूल प्रविष्टि देने पर विचार किया जाना अपरिहार्य होगा जिस हेतु आप स्वयं उत्तरदायी होंगें।
साथ ही यह भी उल्लेखनीय है कि आप द्वारा अत्यन्त महत्वकांक्षी कार्यक्रम / गतिविधि को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किये जाने हेतु रूचि नहीं ली जा रही है, जो कि अत्यंत खेद का विषय है। आपके द्वारा जनपद में समयसीमा का अनुपालन न किया जाना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की लक्ष्य प्राप्ति के लिए उदासीनता का घोतक है, साथ ही आज दिनांक 20 दिसम्बर, 2022 को भारत सरकार की बैठक में अधोहस्ताक्षरी को आपकी जनपदीय निराशाजनक गतिविधियों के कारण असतोषजनक स्थिति का सामना करना पड़ा, जिस पर भारत सरकार द्वारा गंभीर अप्रसन्नता व्यक्त की गयी, एवं चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तराखण्ड की छवी धूमिल हुयी है। मा0 मंत्री जी, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा भी समय-समय पर हुयी समीक्षा बैठकों में कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध में अप्रसन्नता व्यक्त की जा रही है।
उक्त गतिविधि / कार्यक्रम को आपके द्वारा जनपद में निर्धारित समयसीमा के भीतर पूर्ण नहीं किया गया, जिससे भारत सरकार के समक्ष स्वास्थ्य विभाग की छवी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। अतः उक्त कृत्य हेतु आपकी घोर भर्त्सना की जाती है, साथ ही चेतावनी देते हुए आपको निर्देशित किया जाता है कि इस हेतु अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को लौटती डाक में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों न इस हेतु आपको प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान कर दी जाये।
गौरतलब है कि पूर्व में भी सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर राजेश कुमार ने डेंगू एवम् चिकनगुनिया बीमारी की रोकथाम को अपेक्षित प्रयास ना करने पर देहरादून के CMO मनोज उप्रेती को प्रतिकूल प्रविष्टि के नोटिस जारी किया गया था।