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देहरादून:मुख्य सचिव के आदेशों का पालन करवाने में ज़िम्मेदार अधिकारी नाकाम निरंजनपुर सब्जी मंडी से कभी भी फैल सकता हैं कोरोना बाजारों की स्थिति भी चिंताजनक

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

उत्तराखंड के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू ने दिनांक 18 नवंबर 2021 को कोरोना नियमों का कड़ाई से अनुपालन करवाने हेतु प्रदेश के समस्त अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव उत्तराखंड शासन
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड।
समस्त सचिव/प्रभारी सचिव उत्तराखंड शासन।
आयुक्त कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल।तथा समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए थे की राज्य में कोविड-19 प्रबंधन के निम्नलिखित निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा:-
1- सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थल एवं सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने वाले व्यक्तियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
2- सार्वजनिक स्थानों पर व्यक्तियों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए 6 फिट की दूरी बनाए रखना अनिवार्य होगा।
3-सार्वजनिक स्थानों पर थूकना गैरकानूनी होगा जिसके लिए निर्धारित जुर्माने के साथ दंड का प्रावधान होगा।
4- सार्वजानिक स्थानों पर पान, गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन प्रतिबंधित होगा।
कमजोर व संवेदनशील व्यक्तियों की सुरक्षा
निम्नलिखित श्रेणी के व्यक्तियों को आवश्यक और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से ही घर से बाहर जाने की अनुमति है:-
A- 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति।
B- Persons with co-morbidities ।
C- गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाएं।
दंड के प्रावधान
कोविड नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 (सेक्शन 51से 60) महामारी अधिनियम 1897 एवं आईपीसी की धारा 188 प्रावधानों के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
मुख्य सचिव के उपरोक्त आदेश उनके अग्रिम आदेशों तक प्रभावी रहेंगे।

मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू द्वारा दिनांक 18 नवंबर 2021 को जिन अधिकारियों को व्यापक जनहित में आदेश जारी किए गए शायद उन जिम्मेदारों ने आदेशों का पालन करने की खानापूर्ति हेतु आदेश जारी कर दिए खानापूर्ति हेतु इसलिए क्योंकि जिन अधिकारियों को मुख्य सचिव ने आदेश जारी किए थे उन्हें यह देखना चाहिए था कि इतने महत्वपूर्ण आमजनता की जानमाल की हानि से जुड़े हुए जनहित के आदेशों का अनुपालन हो भी रहा हैं या नहीं।
परंतु शायद मुख्य सचिव के आदेशों का अनुपालन करवाने में नाकाम रहे हैं अधिकारी क्योंकि आज भी बाजारों में जो भीड़ उमड़ रही है लगभग सभी लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। दुकानदारों ने मास्क नहीं लगा रखे हैं और सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं किया जा रहा है।

उदाहरण हेतु आज एक जागरूक नागरिक द्वारा निरंजनपुर स्थित सरकारी मंडी की कुछ फोटो भेजी गई जिसमें किसी व्यक्ति के द्वारा ना तो चेहरे पर मास्क लगाया गया है और ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। जबकि इस मंडी में हजारों लोग रोजाना आते जाते हैं और पूरे देहरादून शहर में क्या अन्य जिलों में भी यहां से फल सब्जी की सप्लाई होती है। इसलिए अगर निरंजनपुर सब्जी मंडी से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हो गई तो पता नहीं कहां-कहां पर फैल कर ओर पता नही कितने लोगों को अपनी चपेट में लेगा।
इसी के साथ आज मुख्य बाजारों की भी कुछ फोटो किसी जागरूक नागरिक ने भेजी है। जिसमें बाजारों में घूमने वाले और दुकानदार लोगों ने किसी ने भी कोरोना नियमों का पालन करना उचित नहीं समझा।
आखिर सवाल यह है कि मुख्य सचिव के जनहित के कड़े आदेशों का पालन जिम्मेदार अधिकारी कब करवाएंगे क्या जब पानी नाक के ऊपर से निकल जाएगा और निरंजनपुर सब्जी मंडी में बिना मास्क के घूम रहे लोगों और माल बेच रहे आढ़तियों, पल्लेदारों आदि पर बिना मास्क के घूमने या सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने की जिम्मेदारी क्या निरंजनपुर सरकारी सब्जी मंडी के अधिकारियों की नहीं है। आखिर कब होगी मुख्य सचिव के जनहित के आदेशों का अनुपालन ना करवा पाने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही और बिना मास्क घूमने वाले लोगों और सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कार्यवाही।