केदारनाथ धाम यात्रा व्यवस्था ड्यूटी में लगने वाले पुलिस बल एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारियों की *पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल* द्वारा ली गयी ब्रिफिंग।
*”अतिथि देवो भवः”* के भाव एवं उत्तराखण्ड पुलिस के ध्येय वाक्य *”मित्रता सेवा सुरक्षा”* के साथ अपने कर्तव्य निर्वहन करे तथा श्रद्धालुओं की मदद व सहायता करने के दिये गये निर्देश।
1. ड्यूटी में नियुक्त प्रत्येक कर्मी को आचरण व व्यवहार सही रख कर सर्मपण सेवा भाव से ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया गया। देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु आपके व्यवहार का अनुभव लेकर ही यहां से वापस जाता है। यदि आपका व्यवहार, बोलने का तरीक सही रहेगा तो सामने वाले श्रद्धालु की आधी समस्या वहीं पर समाप्त, क्योंकि वह भी काफी दूर से हजारों किलोमीटर का सफर कर आप तक पहुंचता है। ऐसे में आपका व्यवहार ही आपका परिचय होना चाहिए।
2. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों पर निरन्तर दृष्टि रखे जाने, सरहदी जनपदों से आवश्यक समन्वय बनाये रखने, वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया।
3 चारधाम यात्रा के दौरान सोशल मीडिया, ब्लॉगिंग रील्स बनाकर यहां की गरिमा खराब करने का प्रयास एवं ऐसे गलत कार्य करने वालों का चिन्हीकरण कर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
4. सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिये गये कि हैलीकॉप्टर टिकटों के नाम पर होने वाली ठगी के प्रकरणों में यदि मुकदमा दर्ज किया जाये तो सम्बन्धित शिकायतकर्ता के बयान व अन्य साक्ष्य जैसे बैंक डिटेल्स या फर्जी टिकट की कॉपी इत्यादि प्राप्त कर लें ताकि उसके गन्तव्य पर वापस चले जाने के उपरान्त उसे दुबारा न आना पड़े, कुछ मामलों में अनावश्यक सफर के चलते शिकायतकर्ता दुबारा नहीं आता जिस कारण केस अनावश्यक तौर पर लम्बित रहते हैं।
5.जनपद पुलिस द्वारा गत वर्ष चलाये गये “ऑपरेशन मुस्कान” व इस बार भी इसे जारी रखने की सराहना की गयी तथा ऑपरेशन मर्यादा के हरेक प्रावधानों को शत-प्रतिशत लागू करने के निर्देश दिये गये।
6. यात्रा पर चलने वाले घोड़ा-खच्चर के हॉकरों डण्डी-कण्डी चलाने वालों का सत्यापन के साथ ही उनके प्रतिदिवस का सही विवरण या पहचान होने के निर्देश दिये गये ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी कारित करने पर उनकी भी जिम्मेदारी तय की जाये। थाने चौकियों में आपदा उपकरणों के साथ रात्रि में जाने के लिए लाइट इत्यादि की व्यवस्था होने के निर्देश दिये गये।
विशेष तौर पर पुनः निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं व यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायतें नहीं आनी चाहिए। असभ्य शब्दों का प्रयोग करने से बचें। पीड़ितों व जरूरतमंदों की यथासम्भव मदद करने, नवागत पुलिस कार्मिकों को वरिष्ठ पुलिस कार्मिक के साथ ड्यूटीरत करने, अनुशासित रहने व समय-समय पर अपने स्तर से भी श्रद्धालुओं को यहॉं की भौगोलिक परिस्थितियों के बारे में बताने के निर्देश दिये गये। यात्रा के शुरुआती चरण में भीड़ नियंत्रण, यातायात नियंत्रण के कार्य की चुनौती का सही ढंग से समाधान करने के निर्देश दिये। जिस उद्देश्य को लेकर हम हैं उसी अनुरूप यात्रा का सफल संचालन करने की अपेक्षाओं के साथ सभी को शुभकामनायें दी गयी।
उक्त ब्रिफिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग, पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग प्रबोध कुमार घिल्डियाल, सहायक सेनानायक 46 वीं वाहिनी श्री अविनाश वर्मा (हाल पुलिस उपाधीक्षक केदारनाथ यात्रा) प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन, निरीक्षक यातायात, अभिसूचना, संचार, एसडीआरएफ, प्रभारी जिला कमाण्डेन्ट होमगार्ड्स, प्रभारी जिला युवा कल्याण अधिकारी, समस्त थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी, शाखा प्रभारी व यात्रा व्यवस्था में नियुक्त होने वाला समस्त पुलिस बल उपस्थित रहा।