देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित दशहरा कार्यक्रम में उत्तराखंड के एक प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार ओपी सती के साथ उत्तराखंड मित्र पुलिस के एक अहंकारी दरोगा हर्ष अरोड़ा ने सार्वजनिक रूप से बदतमीजी और धक्कामुक्की कर उनका किया अपमान
कल देहरादून के परेड ग्राउंड में दशहरा कार्यक्रम का आयोजन था उसे कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मुख्य अतिथि के रूप में आना था।
दशहरा कार्यक्रम में उत्तराखंड के एक प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार ओम प्रकाश सत्ती भी कवरेज के लिए गए हुए थे वहां पर दरोगा हर्ष अरोड़ा भी ड्यूटी पर था, दरोगा हर्ष अरोरा पत्रकार सत्ती को वहां से जाने के लिए कहने लगा, परन्तु जब पत्रकार ने अपने प्रतिष्ठित समाचार पत्र हिंदुस्तान के नाम के साथ अपना परिचय दरोगा हर्ष अरोरा को दिया तो वो तो ऐसे भड़क गया जैसे कि पता नहीं क्या हो गया हो वो दरोगा पत्रकार सत्ती के बदतमीजी और धक्का मुक्की कर उन्हे सरेआम ऐसे समारोह स्थल से खदेड़ने लगा जैसे कि पत्रकार सत्ती कोई अपराधी हो (वीडियो में इस दरोगा की बदतमीजी वाली हरकते साफ दिख रही है)जबकि पत्रकार सत्ती एक बहुत ही सज्जन और शांत रहने वाले व्यक्ति है।
इस घटना की जानकारी जब देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को हुई तो उन्होंने तत्काल इस दारोगा को लाईन हाजिर कर इसकी जांच क्षेत्राधिकारी को सौंप दी, तथा आज शाम को किसी को कुछ नहीं समझने वाले दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया, परन्तु ऐसे बदतमीजी करने वाले दारोगा के संस्पेंशन से उत्तराखंड के पत्रकार बंधु सन्तुष्ट नहीं और इसके विरूद्ध और कड़ी कार्यवाही तथा अन्य रेंज में ट्रांसफर की मांग कर रहे है।
सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ये दरोगा अपनी हरकतों के लिए मशहूर है और पूर्व में भी इस पर कार्रवाई हुई है और यह दरोगा फिर भी ऐसी हरकतें कर रहा है इसका मतलब स्पष्ट है कि इसके ऊपर किन्ही बड़े अधिकारियों और हस्तियों का वरदहस्त है , और मान लो इसको दूसरी रेंज में भी भेजते हैं तो वहां भी ये सुधरेगा थोड़े ही।
इसलिए इस दरोगा हर्ष अरोड़ा को भविष्य में कभी भी किसी भी थाने चौकी का चार्ज ना दिया जाए और ना ही इसे किसी थाने चौकी में नियुक्ति दी जाए और दूसरी रेंज में किसी भी दूरस्थ क्षेत्र में किसी कार्यालय में इसकी ड्यूटी लगा दी जानी चाहिए।
साथ ही इस दरोगा की उच्च अथॉरिटीज में भी शिकायत की जाएगी क्योंकि इसने एक बहुत ही सज्जन और शांत रहने वाले पत्रकार का सरेआम अपमान कर स्पष्ट रूप से उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है इसलिए इसके पुराने मामलों की भी जानकारी मांगी जाएगी।