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अयोध्या गैंगरेप कांड में बड़ी कार्रवाई, बैंक खातों तक जाएगी जांच की आंच

अयोध्या। दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता मोईद खान और भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद राशिद की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष पर पीड़िता के स्वजन को समझौते के लिए धमकाने का आरोप है। इस मामले में चल रही जांच इन दोनों के बैंक खातों तक जाएगी।

रामनगरी के दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को यहां पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ से बुधवार को पीड़ित पक्ष की ओर से से एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। सीएम की इच्छा पर बीकापुर विधायक अमित सिंह के साथ नयाघाट स्थित सरयू अतिथि गृह पहुंचे प्रतिनिधि मंडल ने कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए सीएम के प्रति आभार ज्ञापित किया।

सीएम ने काफी देर की बातचीत

सीएम ने प्रतिनिधि मंडल से काफी देर वार्ता की। प्रतिनिधि मंडल में शामिल बाबा रामसेवकदास ने कहा कि आरोपियों की ओर से प्राथमिक विद्यालय की कुछ भूमि एवं नाले के हिस्से पर कब्जा किया गया है। भदरसा नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद राशिद और उनके पूर्व नगर पंचायत अध्यक्षों, जिसमें उनके पिता और अन्य स्वजन शामिल हैं, उनके कार्यकाल की जांच होनी चाहिए।

आरोप‍ियों को व‍िदेश से फंड‍िंग का आरोप

प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि आरोपियों को विदेश से फंडिंग होती है। इनके बैंक खातों की जांच आवश्यक है। ऐसे ही कई बिंदु सीएम के साथ वार्ता में उठे हैं। प्रतिनिधि मंडल ने कई बिंदुओं पर सीएम का ध्यानाकर्षण कराते हुए शिकायतों की एक फाइल भी सौंपी है। यह फाइल सीएम ने वहां उपस्थित मुख्य सचिव को सौंपी है।

सीएम ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया है कि किशोरी को न्याय मिलेगा और दोषी को कठोरतम दंड। सीएम ने प्रतिनिधि मंडल से हुई भेंट को अपने एक्स पर भी पोस्ट किया है। सीएम ने लिखा है कि नाबालिग पीड़िता प्रकरण में एक सामाजिक प्रतिनिधि मंडल से भेंट की। सरकार पूरी सक्रियता एवं संवेदनशीलता के साथ पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई होगी। इस प्रतिनिधि मंडल में मंजू निषाद, आशाराम निषाद, निषाद समाज के अध्यक्ष संतोष निषाद, संदीप निषाद व मंजीत आदि सम्मिलित रहे।

दुष्कर्म आरोपितों के लिए कठोर दंड की मांग कर रही रामनगरी

दुष्कर्म के आरोपियों को कठोर दंड देने की मांग रामनगरी में जोर पकड़ रही है। व्यापारी और अधिवक्ताओं के बाद अब क्षत्रिय समाज ने भी महापंचायत कर आरोपियों को मृत्य दंड देने की मांग उठाई है। कभी इस प्रकरण से अनभिज्ञता व्यक्त करने वाले सपा सांसद अवधेश प्रसाद भी अब इस मामले में कठोर दंड की बात कह चुके हैं, जबकि उन्हें आरोपियों क भी आलोचना झेलनी पड़ी है। इस प्रकरण में दोनों आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है।

पीड़िता के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर सरकार गंभीर

पीड़ित किशोरी एवं उसके परिवार की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर है। आरोपित सपा नेता मुईद खान व उसके नौकर राजू को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। सीएम ने विधानसभा में दोषियों को कठोर दंड देने की बात कही थी। सीएम ने समाजवादी पार्टी की इस बात के लिए निंदा भी की थी उनकी ओर से आरोपियों को लेकर साफ्ट कार्नर है। वहीं, मुख्यमंत्री ने पीड़िता की मां से मुलाकात करके कठोर से कठोर कार्रवाई का भरोसा दिया था।

सीएम के निर्देश पर राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य ने भी पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया था। मुख्यमंत्री की ओर से पीड़िता के परिवार की मदद के लिए तत्काल पांच लाख रुपए की धनराशि मुहैया कराई गई थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रधिनिधि मंडल ने भी पीड़िता और उसके परिजनों से मुलाकात करके योगी सरकार की ओर से आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का भरोसा दिया है।

जिम्मेदारों पर गिरी गाज

सीएम के निर्देश पर न केवल पूराकलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा व भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को निलंबित किया गया, बल्कि मुख्य आरोपी की संपत्ति की जांच भी चल रही है। मुईद खान की तकरीबन आधा दर्जन अवैध संपत्तियों का पता लग चुका है, जिसमें उसकी बेकरी पर हुए अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चल चुका है। जल्द ही उसकी अन्य संपत्तियों पर बुलडोजर गरज सकता है। पीड़िता और उसके परिवार को धमकी देने के मामले में भदरसा नगर पंचायत के अध्यक्ष मोहम्मद राशिद सहित तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।