नई दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को दूसरे ‘चिंतन शिविर’ की अध्यक्षता करेंगे। नई दिल्ली में होने वाले इस चिंतन शिविर में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे। इसमें पीएम मोदी के ‘विजन 2047’ को अमल में लाने के लिए एक्शन प्लान पर चर्चा होगी।
18 अप्रैल को भी हुआ था चिंतन शिविर
इससे पहले शाह ने 18 अप्रैल को गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के पहले ‘चिंतन शिविर’ की अध्यक्षता की थी। शाह ने शिविर में साइबर अपराध प्रबंधन, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में आईटी के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा मुद्दों के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर जोर दिया था।
‘विजन 2047’ पर हुई चर्चा
पहले ‘चिंतन शिविर’ का उद्देश्य मंत्रालय के काम की समीक्षा करना और पीएम मोदी के ‘विजन 2047’ को लागू करने के लिए एक एक्शन प्लान तैयार करना था। यहां शाह ने भर्ती प्रक्रिया को तेजी से शुरू करने की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा था कि भविष्य की रिक्तियों की भर्ती की प्रक्रिया काफी पहले शुरू की जानी चाहिए।
शाह ने अधिकारियों से कहा था कि विभागीय पदोन्नति समितियों (डीपीसी) की बैठकें नियमित रूप से होनी चाहिए ताकि कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए विभिन्न कल्याणकारी उपाय करने पर भी जोर दिया।
अमित शाह की सलाह
गृह मंत्री ने तब ट्रेनिंग के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के सभी विंगों द्वारा नियमित ट्रेनिंग आयोजित किया जाना चाहिए। शाह ने तब गृह मंत्रालय के अधिकारियों को विकास योजनाओं की निगरानी के लिए क्षेत्र का दौरा करने का सुझाव दिया और सीमावर्ती क्षेत्रों में बाड़ और सड़कों के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया।