गरीब किशोर की पिटाई राज्यपाल का भी पारा हाई
देहरादून के परेड ग्राउंड के बाहर दशहरे मेले में दुकान लगा रहे ग़रीब किशोर को थाना डालनवाला में तैनात दरोगा ने बर्बरतापूर्वक पीटा और उसका सारा सामान इधर उधर फैंक दिया और तत्काल वहां से भागने को कहा,स्पष्ट रूप से ग़रीब किशोर के मानवाधिकारों का उल्लंघन
इस संवाददाता द्वारा उपरोक्त मामले में दिनांक 16/10/2024 को राज्यपाल उत्तराखंड को जनहित में शिकायत भेज कर निवेदन किया गया कि देहरादून के परेड ग्राउंड के बाहर दशहरे मेले में दुकान लगाने के लिए गए एक गरीब किशोर की डालनवाला थाने में तैनात दरोगा द्वारा डंडे से बर्बरतापूर्वक पिटाई की गई और इतना ही नहीं उस गरीब किशोर का सारा सामान भी उस दरोगा ने इधर उधर फेंक दिया और उसे तत्काल वहां से भागने को कहा।
इस घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे उत्तराखंड सिख कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य रंजीत सिंह ने का कहना है कि पीड़ित किशोर गरीब घर से है और मेलों में छोटी-मोटी दुकान लगाकर अपना परिवार चला रहा है।
यह कि इस मामले में सीओ डालनवाला आशीष भारद्वाज को शिकायत दी गई है,उन्होंने दरोगा के बिरुद्ध तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था परन्तु आज तक इस मामले कोई कार्यवाही होती दिख नहीं रही है, अधिकारी दोषी दारोगा को बचाने की कोशिश कर सकते है। जबकि इस अत्यंत ही गंभीर मामले में दोषी दारोगा के विरुद्ध तत्काल विभागीय कार्यवाही कर उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था,जैसे की मारपीट आदि करने पर आमजन पर किया जाता है।शिकायत का विषय बहुत ही गंभीर और स्पष्ट रूप से ग़रीब किशोर के मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़ा हुआ है इसलिए जनहित, न्यायहित में तत्काल दोषी दारोगा के खिलाफ कार्यवाही हेतु निर्देशित कर रिपोर्ट तलब कर कार्यवाही करने की कृपा कर पीड़ित गरीब किशोर को न्याय दिलाने की कृपा कर उसके नुकसान की भी भरपाई करवाने की कृपा करें क्योंकि दारोगा द्वारा उसका सामान इधर उधर फैंक दिए जाने के कारण पता नहीं उसके घर का गुजारा कैसे चल रहा होगा।
शिकायत पर कार्यवाही करते हुए राजभवन द्वारा सचिव गृह उत्तराखंड को यथोचित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
इस संवाददाता द्वारा इसी प्रकरण में मुख्य सचिव उत्तराखंड एवं मानवाधिकार आयोग को भी शिकायत की गई थी, मुख्य सचिव द्वारा शिकायत पर कार्यवाही करते हुए सचिव गृह को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया तथा सचिव गृह द्वारा मुख्य सचिव के निर्देशों पर डीजीपी उत्तराखंड को कार्यवाही हेतु पत्र भेजा गया है।
साथ ही आयोग द्वारा भी एसएसपी देहरादून को नोटिस जारी किए गए हैं।
जल्द ही खुलासा किस तरह अधिकारी दोषी दरोगा को बचाने की कर रहे है कोशिशें।