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मेरठ में आयल डिस्ट्रीब्यूटर को घटिया तेल सप्लाई का दर्ज है मुकदमा

लखनऊ। उद्यमी से कमीशन मांगने के मामले में जेल भेजे गए बिचौलिए निकांत जैन पर पहली बार आरोप नहीं लगा है। उस पर इससे पहले मेरठ, लखनऊ और एटा में भी धोखाधड़ी व फर्जीवाड़े के मुकदमे दर्ज हुए हैं।मूलत: मेरठ के रहने वाले निकांत और उसके भाई सुकांत की लखनऊ स्थित गोमती नगर के विशाल खंड में एसएसजे एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी है। इसके विरुद्ध मेरठ की फर्म मैसर्स त्रिधा आयल सेंटर की शालू चौधरी ने कंकरखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज करा रखा है, जबकि लखनऊ में एक जमीन खरीद में 50 लाख रुपये के चेक के फर्जीवाड़ा का मुकदमा चल रहा है। न‍िकांत जैन की गिरफ्तारी के बाद अब इन जिलों की स्थानीय पुलिस भी उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

निकांत की एसएसजे एग्रोटेक ने नौ साल पहले त्रिधा आयल सेंटर को अपना डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त किया था। आरोप है कि निकांत की फर्म ने त्रिधा आयल सेंटर को सुपर केरोसिन आयल घटिया क्वालिटी का दे दिया था। मात्रा भी सही नहीं थी। शालू की तरफ से इसकी शिकायत निकांत जैन से की गई। उसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ। जिन-जिन लोगों को तेल बेचा गया उन्होंने तेल की शिकायत की। तेल की घटिया क्वालिटी होने पर त्रिधा आयल सेंटर ने निकांत जैन और सुकांत जैन से एडवांस दी गई रकम वापस मांगी। उसके बाद उन्होंने शालू और उनके पति रोबिन चौधरी को जान से मारने की धमकी दी।

2018 में पीड़ित शालू की तरफ से कंकरखेड़ा थाने में दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और हत्या की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। लखनऊ में 2019 में जमीन खरीदने के नाम पर 50 लाख रुपये के फर्जी चेक देने का मामला भी दर्ज हो चुका है। वजीरगंज पुलिस ने तालकटोरा निवासी हसन रजा अब्बासी की तहरीर पर आईपीसी की धारा 420, 406 और 506 में दर्ज किया था। हालांकि, इस मामले में दस वर्ष से कम की सजा होने पर आसानी से जमानत मिल गई थी। चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।

मेरठ में करते थे शीरे का काम, लखनऊ में जाकर बन गए ठेकेदार

बिल्डर लखनऊ में एसटीएफ के हत्थे चढ़े निकान्त जैन के पिता स्व. सुधीर जैन मेरठ में रहते हुए एक मिल में नौकरी के साथ साथ शीरे का भी काम करते थे। मेरठ से जाने के बाद लखनऊ पहुंचे सुधीर जैन ने शुरुआती दौर में विभिन्न विभागों में ठेकेदारी का काम किया। बाद में निकांत ने कारोबार संभाला तो उसने बिल्डिंग बनाकर बेचने का काम शुरू कर दिया।

निकांत मूल रूप से मेरठ में रेलवे रोड स्थित शांतिनगर कॉलोनी का रहने वाला है। वर्तमान में उनके चाचा संजय जैन उर्फ धम्मो यहां पर अपने परिवार के साथ रहते हैं। संजय जैन ने बताया कि उनके भाई सुधीर जैन 38 साल पहले मेरठ छोड़कर चले गए थे। सुधीर जैन की वर्ष 2018 में मौत के बाद निकांत ने लखनऊ में पूरे कारोबार की जिम्मेदारी संभाल ली थी। निकांत अक्सर मेरठ जाता रहता है।

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