भूपेन्द्र लक्ष्मी
*महीने भर की मेहनत के बाद हरिद्वार पुलिस ने खोजा अज्ञात दुर्घटना का आरोपी*
*रोड़ पर पड़े घायल स्कूटर सवार को खुद एसएसपी ने भेजा था अस्पताल*
*कप्तान ने मानवता का दिखाया उदाहरण, कुछ देर होती तो नतीजे बुरे आना था तय*
*घायल का मुजफ्फरनगर स्थित अस्पताल में चल रहा है इलाज*
*असंख्य वाहनों के बीच आरोपी चालक और वाहन को खोजने में मिली सफलता*
दिनांक 07.02.2023 की रात के घने अंधेरे में सड़क लगभग सुनसान थी। रोड़ लाइट की मद्धम रौशनी में अपने कैंप ऑफिस की ओर लौट रहे एसएसपी अजय सिंह को H.R.D.C.चौक के नजदीक एक स्कूटर सवार सड़क पर गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा मिला। अजय सिंह के व्यक्तिगत प्रयासों के बाद जब घायल अस्पताल पहुंचा तो इमरजेंसी में नियुक्त डॉक्टर का भी यही कहना था कि “ये अच्छा है कि आप घायल को समय से ले आए अन्यथा नतीजा और बुरा हो सकता था।”
कंक्रीट पर लगे लाल धब्बों के प्रत्यक्ष गवाह बने अजय सिंह ने उक्त घटना की पड़ताल के साथ-साथ कारणों को जानने के लिए रानीपुर कोतवाल को स्पष्ट निर्देश दिए। घटनास्थल पर प्रारंभिक पूछताछ के दौरान प्,काश में आया कि सफेद रंग के चौपहिया वाहन की टक्कर लगने से यह दुर्घटना घटित हुई।
कारण स्पष्ट हो चुका था किन्तु सड़क से गुजर रहे असंख्य वाहनों के बीच उक्त चौपहिया की तलाश एक मुश्किल कार्य था। टीम द्वारा लगातार प्रयास करने के बाद घटना के करीब 01 माह बाद आरोपी चालक एवं वाहन की तलाश करने में सफलता हासिल की गई। वर्तमान में मुजफ्फरनगर में उपचार ले रहे घायल के परिजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विवेचक एवं पुलिस टीम विवेचना कर रही है।