भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं समाजसेवी अरुण खन्ना आज द्वारा आज इस संवाददाता को सूचना दी गई कि उत्तराखंड के राजभवन में सहायक बैयरर के पद पर कार्यरत पुष्कर सिंह बिष्ट की माताजी गोचर चमोली में कई दिनों से ही बहुत ही बीमार हैं पुष्कर सिंह बिष्ट अपनी माता जी के पास उनकी देखभाल के लिए जाना चाहता है क्योंकि उनके पास देखभाल के लिए कोई नहीं है l
4 मई को गोचर जाने के लिए पास बनवाने हेतु पुष्कर सिंह बिष्ट कैंट थाने में गया क्योंकि राजभवन कैंट थाने के अंतर्गत आता है कैंट थाने में जाकर परिचय देने के बाद पुष्कर सिंह बिष्ट का नाम पता नोट कर लिया गया और कहा गया कि जब भी कोई व्यवस्था होगी तो आपको बता दिया जाएगा परंतु कोई भी व्यवस्था ना होने पर और ना ही थाने वालों द्वारा कोई जानकारी देने पर पुष्कर सिंह बिष्ट थक हार कर आज 10 दिन बाद जिलाधिकारी कार्यालय देहरादून पहुंचा वहां पर भी उसके द्वारा अपना परिचय दिया गया और कहां गया कि मेरी माता जी का स्वास्थ्य बहुत ही खराब है, किसी अधिकारी से मिलवा दीजिए क्योंकि माताजी की बीमारी के कारण मेरा पास बनना बहुत ही जरूरी है परंतु राजभवन का कर्मचारी बताने के बाद भी किसी ने कोई मदद नहीं की ना ही किसी अधिकारी से मिलवाया गया मात्र पुष्कर सिंह बिष्ट से अपर जिलाधिकारी देहरादून को संबोधित पत्र कार्यालय में तैनात होमगार्ड ने लेकर रख लिया ।
यह स्थिति है राजभवन का कर्मचारी तक भटक रहा अपनी अत्यधिक बीमार माँ के ईलाज के लिए उसके पास जाने को पास बनवाने के लिए और परिचय देने के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं कोई मदद को तैयार नही राजभवन के कर्मचारी का परिचय देने के बाद यह हाल है तो आम आदमी का तो क्या होगा।