चंडीगढ़। पूर्व विधायक व जिला प्रधान दलवीर सिंह गोल्डी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे के बाद आप आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को रंगला पंजाब बनाने के लिए अच्छे लोगों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गोल्डी तब धुरी से विधायक थे तब मैं सांसद था। मैंने तब भी इससे कहा था कि कभी भी झिझक मत करना।
‘आप’ में हाईकमान कल्चर नहीं
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी में हाई कमान कल्चर नहीं है सभी भाई हैं। उन्होंने कहा कि युवा के आने से आम आदमी पार्टी को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमें पंजाब को पंजाब बनाना है कैलिफोर्निया नहीं। सारे पंजाब का नक्शा रंगला बनाना है।
कभी चुनाव लड़ा था, आज साथ बैठा हूं: दलबीर गोल्डी
दलबीर गोल्डी ने कहा कि मैं भगवंत मान के खिलाफ लड़ा था। आज इन्होंने मुझे अपने साथ बिठाया है। वह (भगवंत मान) सांसद रहते हुए भी मेरे साथ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप में युवाओं को मौका मिलता है। इसके साथ ही दलबीर ने यह दावा किया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ी हीं बल्कि उन्हें निकाला गया है।
संगरूर से लड़ा था उपचुनाव
गौर हो कि 2022 में मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा त्यागपत्र देने के बाद खाली हुई संगरूर की संसदीय सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस ने दलवीर सिर गोल्डी पर दांव खेला था, लेकिन गोल्डी अकाली दल (अ) के सिमरनजीत सिंह मान से शिकस्त खा गए थे। गोल्डी कॉलेज समय से ही कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं।
सीएम मान के खिलाफ भी लड़ चुके चुनाव
2012 में कांग्रेस की टिकट के दावेदार थे, लेकिन तब गोल्डी को टिकट नहीं मिली। फिर 2017 में कांग्रेस से टिकट मिली और विजयी हुए। साल 2022 में कांग्रेस की टिकट पर गोल्डी ने धुरी से आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए। साल 2022 में संसदीय उपचुनाव में उतरे थे, तब भी उन्हें शिकस्त मिली।