एक्सक्लूसिव

जयराज के वन मंत्री और कार्मिक विभाग की बिना अनुमति से 100 से अधिक किये तबादलों को प्रमुख सचिव आनंदवर्धन ने किया निरस्त

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी 

उत्तराखंड के पूर्व वन मुखिया जयराज द्वारा सितंबर और अक्टूबर माह में तबादला सत्र शून्य घोषित होने के बावजूद किए गए समस्त तबादलों को प्रमुख सचिव आनंद वर्धन द्वारा निरस्त कर दिया गया है, वन मंत्री हरक सिंह द्वारा इस मामलें में प्रमुख सचिव आनंदवर्धन को पत्र लिखकर इन तबादलों को निरस्त करने के निर्देश दिए थे, इन ट्रांसफ़रो को निरस्त करने हेतु आदेश भी जारी कर दिए गए हैं ।


तबादला सत्र शून्य घोषित होने के बावजूद अगर किसी का ट्रांसफर किया जाना है तो ट्रांसफर प्रस्ताव कार्मिक विभाग को भेजे जाने का प्रावधान है। लेकिन वन विभाग ने बिना इस प्रक्रिया को अपनाएं ही ट्रांसफर कर दिए और बहुत ही बड़े आश्चर्य की बात है कि बहुत बड़े स्तर पर बंपर तबादले किए गए हैं वो भी लगभग 100 से भी ऊपर ।
गौरतलब हैं कि प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने पद पर रहते हुए जिस तरह से विभागीय वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को कई मामलों में नज़र अंदाज़ ही नहीं किया बल्कि कई बार तो ऐसा लगा जैसे वो वन मंत्री से भी ऊपर हों। जयराज ने हिमाकत दिखाते हुए पद पर रहते हुए कई बार विभागीय मंत्री को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री को तो कार्यक्रम में बुलाया लेकिन विभागीय मंत्री को कार्यक्रम की हवा तक नहीं लगने दी।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि बंपर स्तर पर अवैध रूप से बिना विभागीय मंत्री की अनुमति और बिना कार्मिक विभाग की अनुमति के किए गए यह तबादले मंदिर में बांटे गए प्रसाद की तरह तो बंटे नहीं होंगे इसलिए मंत्री जी लगे हाथ राज्यहित में जयराज द्वारा खेले गए इस पूरे खेल की जांच भी करवा ही दीजिए ।