भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
कूड़ा उठान घपले मामले में मेयर सुनील उनियाल गामा द्वारा मामले में जांच के आदेश के बाद मचा हड़कंप क्योंकि अगर जांच सही तरीके से हुई तो कई पार्षदों अधिकारियों कर्मचारियों के पोल-पट्टे खुलेंगे ।
संपूर्ण वाक्या इस प्रकार है कि भाजपा के एक पार्षद ने दस्तावेजों के साथ कूड़ा उठान हेतु किराए पर लगाए गए ट्रैक्टर ट्रॉलियों से सम्बंधित टेंडर में निगम के ही पार्षदो पर आरोप लगाया कि नगर निगम के पार्षदों के एक सिंडिकेट ने फर्जी/डमी ठेकेदार के जरिए टेण्डर हासिल किया है और टेंडर की शर्तों में 45 ट्रैक्टर ट्रॉली लगाना अनिवार्य है जबकि टेंडर की शर्तों के विपरीत मात्र 30 ट्रैक्टर ट्रॉली ही चलन में है । ट्रैक्टर ट्रॉली वाले दो ही फेरे लगा रहे हैं और भुगतान किया जा रहा है उनको चार फेरों का पार्षद की इस बहुत ही गंभीर मामले में शिकायत के बाद संज्ञान लेने के बाद मेयर सुनील उनियाल गामा ने तत्काल जांच के आदेश कर दिए हैं ।
मेयर के जांच के आदेश के बाद इस टेंडर घोटाले में लिप्त पार्षदों में हड़कंप मच गया है क्योंकि अगर जांच सही तरीके से हुई तो उनका नपना तय है । सूत्रों के अनुसार टेंडर घोटाले में निगम के कई अधिकारियों के लिप्त होने की भी आशंका है मुख्य रूप से इसी टेंडर घोटाले में कल दिनांक 22:03 2020 मंगलवार को कुछ पार्षदों ने मेयर और मुख्य नगर अधिकारी से मुलाकात भी की परंतु मेयर सुनील उनियाल गामा ने कड़ी फटकार लगाते हुए उन्हें भगा दिया और यह भी कहा कि जांच किसी भी दबाव में रोकी नहीं जाएगी अगर आरोप सही पाए गए तो टेंडर निरस्त किया जाएगा औऱ साथ ही दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी और अगर इस घोटालें में पार्टी के पार्षद भी संलिप्त होंगे तो उन पर भी पार्टी स्तर से भी कार्यवाही करवाई जाएगी । खुलासा करने वाले पार्षद को भी घोटाले में शामिल पार्षदों चुप रहने के लिए बड़े-बड़े लालच दे रहे हैं और बड़े-बड़े नेताओं से उन पर दबाव भी बनाया जा रहा है ।
आपका प्रिय न्यूज़ पोर्टल चौकीदार भी इस मामले में जल्द ही बहुत ही बड़ा खुलासा करेगा और घोटाले बाजों पर जब तक कार्रवाही नहीं होगी चुप नहीं बैठेगा और साथ ही राज्यहित जनहित के इस अत्यंत ही गंभीर मामले की शिकायत प्रधानमंत्री मोदी जी और अमित शाह को भी की जाएगी ।