भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
आपके न्यूज पोर्टल द्वारा ख़बर प्रकाशित की गई थी कि *उत्तराखंड के राजभवन में सहायक बैयरर के पद पर कार्यरत पुष्कर सिंह बिष्ट 10 दिन से भटक रहा है पास बनवाने के लिए क्योंकि उसकी माताजी गोचर चमोली में कई दिनों से ही बहुत ही बीमार हैं पुष्कर सिंह बिष्ट अपनी माता जी के पास उनकी देखभाल के लिए जाना चाहता है क्योंकि उनके पास देखभाल के लिए कोई नहीं है* l
कल यह खबर प्रकाशित होने के बाद एस.डी.एम. देहरादून ने पुष्कर सिंह बिष्ट के पुत्र अभिषेक बिष्ट,आदित्य बिष्ट और भतीजी अंजना तथा पुष्कर सिंह बिष्ट के पास तो बना दिए परंतु बहुत ही अचंभे की बात है कि पुष्कर सिंह बिष्ट की पत्नी रेवेशवरी बिष्ट का पास नहीं बनाया गया जबकि पास बनवाने के लिए दिए गए प्रार्थना पत्र में पत्नी का नाम स्पष्ट रूप से पति के बाद लिखा हुआ है आखिर क्यों क्या इसलिए कि 10 दिन से परेशान है अपनी अत्यधिक बीमार मां के पास जाने के लिए और अब भटकता रहे अपनी पत्नी का भी पास बनवाने के लिए, क्या होगी इस अत्यंत गंभीर मामले की जांच कि पुष्कर सिंह बिष्ट की पत्नी का पास कही जानबूझकर ही तो नहीं बनाने से छोड़ दिया गया ।
यह बहुत ही गंभीर मामला है इसलिए इसकी शिकायत जनहित में उच्च-स्तर पर की जा रही है क्योंकि पता नहीं इस तरह के कितने ही पुष्कर सिंह बिष्ट पास बनवाने के लिए भटक रहे होंगे।